अपने बयानों के लिये अक्सर सुर्खियों में रहने वाले उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ काबीना मंत्री मुहम्मद आजम खां एक और बयान को लेकर विवाद में घिर गए हैं। खां ने साधु संतों को ‘कुंठित’ बताते हुए गोरक्षपीठाधीश्वर भाजपा सांसद आदित्यनाथ को शादी करने की सलाह दे डाली। आदित्यनाथ ने इस पर पलटवार करते हुए कहा है कि इस तरह की अनर्गल बातों से खां के मानसिक स्तर का पता लगता है और वह ऐसे व्यक्ति को कोई अहमियत नहीं देना चाहते। उन्होंने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को खां को बर्खास्त करने की सलाह भी दी।
खां ने मंगलवार (3 मई) रात एक मुशायरा कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से बातचीत में कहा ‘‘पहले तो योगी आदित्यनाथ शादी करें और अपना मर्द होना साबित करें।’’ उन्होंने यह जवाब इस सवाल पर दिया कि वह गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ के गढ़ में हैं और क्या प्यार मुहब्बत के जरिये उनसे अपने रिश्तों की तल्खी को खत्म करेंगे। यह पूछे जाने पर कि अगर आदित्यनाथ के बारे में उनकी टिप्पणी को सही मान लिया जाए तो क्या साधु संत लोग मर्द नहीं हैं, खां ने कहा ‘‘वे फ्रस्ट्रेटेड (कुंठित) हैं।’’
आजम खां ने भाजपा सांसद साक्षी महाराज द्वारा मुसलमानों में तलाक की व्यवस्था खत्म करने के कथित बयान पर कहा कि जिस व्यक्ति पर खुद बलात्कार का आरोप लग चुका हो, उसके बारे में कोई बात ना की जाए। दूसरी ओर, आदित्यनाथ ने खां के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि खां विभिन्न संवैधानिक संस्थाओं और देश की समृद्ध संत परम्परा के बारे में अनर्गल बातें कर रहे हैं। इससे उनके गिरे हुए मानसिक स्तर का पता लगता है।
गोरक्षपीठाधीश्वर ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को खां को बर्खास्त करने की सलाह देते हुए आगाह किया कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो जनता उन्हें ठीक कर देगी। उन्होंने कहा कि वह ऐसे व्यक्ति को कोई महत्व नहीं देना चाहते। इस बीच, खां की टिप्पणी को लेकर गोरखपुर में हिन्दूवादी संगठनों तथा भाजपा के कुछ आनुषांगिक संगठनों ने उनका पुतला जलाया और विरोध प्रदर्शन किया।