बिहार में कोरोना की जांच और टीकाकरण में फर्जीवाड़ा थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला गया जिले का है जहां उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन का नाम COVID-19 के लिए ‘टीका लगाए गए’ लोगों में शामिल है।

इनके अलावा, बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे का नाम भी जिले में वैक्सीन की पहली खुराक लेने वालों के रूप में दर्ज किया गया है। फर्जीवाड़े के एक ऐसे ही मामले में, बिहार के अरवल जिले के एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा को वैक्सीन लाभार्थियों के रूप में दिखाया गया था।

इस मामले में गया के सिविल सर्जन अरविंद कुमार की लिखित शिकायत पर टेकरी थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है। आईएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक, सिविल सर्जन ने बताया, ”हमें जानकारी मिली है कि गया के टेकरी थाना क्षेत्र के अलीपुर स्वास्थ्य केंद्र में कोरोना की पहली खुराक लेने वालों के डेटा में कुछ नेताओं के नाम शामिल थे। इस मामले में हमने तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। लाभार्थियों की सूची में तीन फोन नंबरों का जिक्र किया गया है, हमने उन नंबरों को भी नोट कर लिया है।”

एक नंबर जम्मू-कश्मीर का, दो अन्य बंद

उन्होंने कहा कि इनमें से एक नंबर जम्मू-कश्मीर का है जबकि दो अन्य नंबर स्विच ऑफ हैं, जिसकी वजह से उसकी लोकेशन की जानकारी फिलहाल नहीं मिल सकी है। आगे उन्होंने बताया, ”शुरुआती जांच में, एएनएम उषा कुमारी का मोबाइल नंबर कोविड वैक्सीनेशन के लिए कोविड वैक्सीनेशन पोर्टल पर यूजर आईडी और पासवर्ड के रूप में दर्ज किया गया था। उस मोबाइल नंबर का इस्तेमाल कुछ लोगों ने देश के प्रमुख नेताओं के नाम अपलोड करने के लिए किया था।”

मामला दर्ज करने के बाद पुलिस इसकी जांच में जुट गई है। इसके अलावा, सभी एएनएम को बताया गया है कि वह अपना यूजर आईडी और पासवर्ड नियमित तौर पर बदलें।