भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव को लेकर एक बार फिर से सुगबुगाहट शुरू हो गई है। पार्टी को उत्तर प्रदेश का प्रदेश अध्यक्ष इसी महीने मिलने की संभावना है। भाजपा को नया राष्ट्रीय अध्यक्ष भी मकर संक्रांति के बाद मिल सकता है। पार्टी के सूत्रों न यह जानकारी दी।
हिंदू पंचांग के अनुसार, 16 दिसंबर को सूर्य धनु राशि में प्रवेश करेंगे और इसी तिथि से खरमास की शुरुआत मानी जाती है। यानी 16 दिसंबर से 14 जनवरी (मकर संक्रांति) तक कोई भी नया या शुभ कार्य नहीं किया जाता है। माना जा रहा है कि भाजपा उत्तर प्रदेश के लिए प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान 16 दिसंबर से पहले कर सकती है।
यूपी बीजेपी अध्यक्ष का नाम फाइनल?
तीन दिसंबर को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और संगठन मंत्री बीएल संतोष के साथ प्रधानमंत्री आवास पर एक उच्चस्तरीय बैठक की थी। माना जा रहा है कि इस बैठक में उत्तर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष के नाम पर अंतिम निर्णय लिया जा चुका है।
इससे पहले बीएल संतोष ने उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और केशव प्रसाद मौर्य सहित कई शीर्ष नेताओं से बातचीत की थी। प्रदेश अध्यक्ष के लिए चयनित नामों पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से भी विचार-विमर्श किया गया था।
आरएसएस नेता अरुण कुमार भी उस बैठक में शामिल थे, जिसमें उत्तर प्रदेश के शीर्ष नेताओं के साथ बीएल संतोष ने बैठक की थी। नए प्रदेश अध्यक्ष को संघ की भी पूरी सहमति मिल चुकी है।
खरमास के बाद होगा राष्ट्रीय अध्यक्ष का ऐलान
सूत्रों का कहना है कि उत्तर प्रदेश में प्रदेश अध्यक्ष चुने जाने के बाद और खरमास की समाप्ति के उपरांत पार्टी को राष्ट्रीय अध्यक्ष भी मिल जाएगा। वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को कई बार कार्यकाल बढ़ाया जा चुका है।
नियमों के मुताबिक, राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव से पहले कम से कम 19 प्रदेशों में संगठनात्मक चुनाव आवश्यक हैं। अब तक 29 राज्य इकाइयों में चुनाव पूरे हो चुके हैं। एक नेता ने कहा कि उत्तर प्रदेश अनिवार्य नहीं है, लेकिन बहुत अहम है, क्योंकि प्रधानमंत्री इसी राज्य से सांसद हैं और सबसे अधिक सांसद भी इसी प्रदेश से चुनकर लोकसभा पहुंचते हैं।
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