Sambhaji Bhide On Mahatma Gandhi: महात्मा गांधी के माता-पिता पर कथित रूप से टिप्पणी करने के मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। अब इस मामले को लेकर कांग्रेस ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के दक्षिणपंथी नेता संभाजी भिड़े की गिरफ्तारी की मांग की है। संभाजी भिड़े ने इस सप्ताह की शुरुआत में महाराष्ट्र के अमरावती में एक कार्यक्रम में भाग लिया था। इस दौरान उन्होंने महात्मा गांधी के माता-पिता पर कथित रूप से अपमानजनक बयान दिया था।

इस मामले को लेकर महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने राज्य विधानसभा में कहा, ‘अमरावती में संभाजी भिड़े नामक व्यक्ति ने राष्ट्रपिता के खिलाफ एक शर्मनाक और अपमानजनक टिप्पणी की है, जिससे समाज में नफरत फैल सकती है। इस शख्स को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए। उन्होंने पूछा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बारे में अपमानजनक टिप्पणी करने के बाद वह कैसे आज़ाद घूम सकते हैं?’पृथ्वीराज चव्हाण के बयान की बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, ‘सरकार कोई भी कार्रवाई करने से पहले भिड़े के बयान को देखेगी।’

जानिए कौन हैं संभाजी भिड़े

संभाजी भिड़े महाराष्ट्र के एक दक्षिणपंथी कार्यकर्ता हैं, जो अक्सर अपने भाषणों और बयानों के कारण विवादों में रहते हैं। संभाजी आरएसएस के बड़े कार्यकर्ता बाबाराव भिड़े के भतीजे हैं, संभाजी खुद भी आरएसएस से जुड़े थे, लेकिन बाद में विवाद होने पर उन्होंने 1980 के दशक में अपना खुद का हिंदू दक्षिणपंथी संगठन श्री शिवप्रतिष्ठान हिंदुस्तान बनाया। सांगली में रहने वाले उनके अनुयायी न केवल राज्य बल्कि देश के अन्य हिस्सों में लाखों की संख्या में हैं। संभाजी ने 1984 में श्रीशिव प्रतिष्ठान की स्थापना की जिसकी वेबसाइट पर बताया गया है कि उनका ‘लक्ष्य हिंदुओं को शिवाजी और संभाजी के ब्लड ग्रुप का बनाना है।’

1 जनवरी, 2018 को भीमा कोरेगांव में हुई हिंसा के मामले में श्रीशिव प्रतिष्ठान हिंदुस्तान के संस्थापक संभाजी और हिंदू एकता अघाड़ी के मिलिंद एकबोटे पर पुणे के पिंपरी पुलिस स्टेशन में केस दायर किया गया था। इन दोनों हिंदुत्ववादी नेताओं पर हिंसा भड़काने का आरोप लगा था। इस वजह से संभाजी भिड़े का नाम चर्चा में आया था।

‘निमंत्रण नहीं, मुझे हुक्म दिया है’

जनवरी 2014 में भिड़े के संगठन ने रायगढ़ किले में एक एतिहासिक कार्यक्रम का आयोजन किया था। जिसमें गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री और बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र ने मुख्य वक्ता के रूप में भाग लिया था।

इस दौरान प्रधानमंत्री ने मंच से संभाजी भिड़े की प्रशंसा की थी। पीएम मोदी ने भिड़े के बारे में कहा था, ‘मैं भिड़े गुरु जी का बहुत आभारी हूं, क्योंकि उन्होंने मुझे निमंत्रण नहीं दिया, बल्कि उन्होंने मुझे हुक्म दिया था, मैं भिड़े गुरु जी को बहुत सालों से जानता हूं और हम जब समाज जीवन के लिए कार्य करने के संस्कार प्राप्त करते थे तब हमारे सामने भिड़े गुरु जी का उदाहरण प्रस्तुत किया जाता था।’ उन्होंने कहा था, ‘अगर कोई भिड़े गुरु जी को बस पर या रेल के डिब्बे में मिल जाए तो कल्पना नहीं कर सकता कि ये कितने बड़े महापुरुष हैं, कितने बड़े तपस्वी हैं। अंदाजा नहीं कर सकता है।’