कृषि कानूनों के मसले पर शुक्रवार को एक लाइव टीवी डिबेट के दौरान BJP प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी और किसान नेता पुष्पेंद्र चौधरी के बीच जमकर वार-पलटवार हुआ। गणतंत्र दिवस पर आयोजित किसानों की ट्रैक्टर रैली के बीच फैली हिंसा और उत्पात को लेकर त्रिवेदी ने किसान नेता से पूछा, “रोते हुए 32 किसान नेता उपद्रव के समय कहां अंर्तध्यान हो गए थे?”

त्रिवेदी ने इसके अलावा पंजाबी ऐक्टर दीप सिद्धू और BKU नेता राकेश टिकैत का जिक्र सवाल दागे। इस पर चौधरी ने जवाब दिया- टिकैत का वीडियो आपको भेज दूंगा, जिसमें वह अपने ही आदमियों को लट्ठ लेकर पीट रहे थे और पीछे हटा रहे थे। पर इतनी हाई सिक्योरिटी में आदमी सेल्फी लेकर गायब हो गया?

मामला हिंदी न्यूज चैनल News 18 India के डिबेट शो आर-पार का है। कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसान आंदोलन के मुद्दे पर चर्चा हो रही थी। शो में एंकर अमिश देवगन के साथ कुछ मेहमान शामिल थे, जिनमें ये दोनों नेता भी थे। देगवन ने पूछा- दिल्ली में हिंसा के बाद आंसू सिर्फ एकतरफा क्यों दिखते हैं?

चौधरी ने कहा- किसान और जवान दोनों देश के स्तंभ हैं और बेटे हैं। इन्हें लड़ाने का प्रयास 26 जनवरी को किया गया। लाल किला, जो तोपों से नहीं टूटता वहां 1000 आदमी जाकर वहां झंडारोहण कर देते हैं। सेल्फी लेते हैं। फेसबुक लाइव करते हैं और फिर गायब हो जाते हैं। हाई अलर्ट वाली सिक्योरिटी कहां चली गई थी?

एंकर ने इस पर टोका, “पुलिस वाले तो हाथ जोड़कर खड़े थे। वे तो खुद घायल हो गए। आईटीओ और नांगलोई में नहीं हुआ। आंसू परिवार वालों के नहीं दिख रहे? उनका दुख और दर्द नहीं है?”

चौधरी बोले, “आंसू गैस के गोले चलाए गए थे। मैं आपको वीडियो भेज दूंगा, जिसमें ट्रैक्टर गुजर रहा है और उसे टागरेट बनाकर आंसू गैस के गोले फायर किए गए।” बाद में BJP प्रवक्ता ने बताया- आप एक वीडियो की बात कर रहे हैं…32 किसान यूनियन थे। आप हर एक किसान नेता का फोटो दिखा दें। सोशल मीडिया पर शेयर कर दीजिए, जिसमें वह ट्रैक्टर के दल का नेतृत्व कर रहा हो या फिर रोकने का प्रयास कर रहा हो? ये सारे नेता कहां अंर्तध्यान हो गए। कहां गए वे रोते हुए लोग? पर भड़काने वाले वीडियो सामने आए…। देखें, आगे क्या हुआः