West Bengal Murshidabad: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के खारग्राम में एक 42 वर्षीय कांग्रेस कार्यकर्ता की उनके घर के बाहर कथित तौर पर गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस मामले में पुलिस ने शनिवार को दो लोगों को गिरफ्तार किया है। जिसमें तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) का एक स्थानीय नेता शामिल है। यह घटना उस वक्त हुई, जब आगामी पंचायत चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया चल रही है। राज्य में त्रिस्तरीय ग्रामीण चुनाव आठ जुलाई को होंगे।
पुलिस ने बताया कि पीड़ित फूलचंद शेख मुर्शिदाबाद जिले के खरग्राम थाना क्षेत्र के रतनपुर नालदीप गांव का रहने वाला था। आरोपियों की पहचान काजल शेख और रफीक शेख के रूप में हुई है। खबरों के मुताबिक, शुक्रवार की शाम फूलचंद कथित तौर पर अपने घर के सामने अपने बेटे को गोद में लिए बैठा था, जबकि पास में स्थानीय लोग ताश खेल रहे थे। सूत्रों ने कहा कि इसके तुरंत बाद स्थानीय टीएमसी नेता रफीक शेख के नेतृत्व में लगभग 15 लोगों का एक गुट मौके पर पहुंचा। इस दौरान फूलचंद शेख को छह गोलियां मारी गईं।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, फूलचंद को पहले खारग्राम अस्पताल ले जाया गया। गंभीर हालत को फूचचंद को कंडी अस्पताल रेफर कर दिया गया। जहां इलाज के दौरान कांग्रेस के नेता की मौत हो गई। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि आरोपियों को भागने से रोकने की कोशिश करने पर गुट ने तीन लोगों की पिटाई भी की। हालांकि, आरोपी व्यक्ति भागने में सफल रहा। सूत्रों के मुताबिक, पश्चिम बंगाल राज्य चुनाव आयोग ने मुर्शिदाबाद पुलिस को घटना के संबंध में एक रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया है।
अधीर रंजन चौधरी ने फूलचंद के परिवार से की मुलाकात
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने शनिवार को फूलचंद के परिवार से मुलाकात की। इससे पहले चौधरी ने कहा, “यह स्पष्ट संकेत है कि टीएमसी बाहुबल का इस्तेमाल कर पंचायत चुनाव जीतने की कोशिश कर रही है। अगर टीएमसी बुलेट (गोली) से जीतना चाहती है तो बैलेट (मतपत्रों) का क्या फायदा।” अधीर रंजन चौधरी ने दावा किया, “टीएमसी पंचायत चुनाव से पहले कांग्रेस कार्यकर्ताओं को डराने की कोशिश कर रही है।”
वहीं कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आरोपी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर शनिवार को कोलकाता में पश्चिम बंगाल राज्य चुनाव आयोग के कार्यालय के बाहर धरना दिया। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि हमले में घायल हुए तीन लोग भी कांग्रेस कार्यकर्ता थे।
राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता और भाजपा विधायक शुभेंदु अधिकारी ने भी शनिवार को एक ट्वीट में टीएमसी के नेतृत्व वाली राज्य सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्य चुनाव आयुक्त राजीव सिन्हा के हाथ खून से रंगे हैं… पश्चिम बंगाल के लोग अब तक के सबसे बुरे खून खराबे के लिए तैयार हैं’।
इस बीच, टीएमसी ने विपक्षी दलों द्वारा अपने ऊपर लगाए गए आरोपों का खंडन किया है। स्थानीय टीएमसी नेताओं ने दावा किया कि हत्या के पीछे निजी रंजिश है। कांग्रेस इसमें राजनीतिक रंग डालने की कोशिश कर रही है।