पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री और Trinamool Congress (TMC) चीफ ममता बनर्जी ने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को चुनावी पाठ पढ़ाया है। शुक्रवार शाम तीन घंटे चली मैराथन मीटिंग (पार्टी की आंतरिक बैठक) में उन्होंने Coronavirus संकट, Amphan और सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) में भ्रष्टाचार करने को लेकर सबको चेताया। सीएम ने साफ तौर पर कहा कि खबरदार, जो कि किसी ने भी राहतकार्य में घूस ली।
सीएम ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से इस दौरान TMC नेताओं से यह भी कहा कि वह सोशल मीडिया पर पार्टी के राजनीतिक कैंपेन को लेकर एक्टिव मोड में आ जाएं और पिछले नौ सालों में अपनी सरकार की उपलब्धियों को जनता के सामने प्रमोट करें। दीदी के साथ इस दौरान राज्य और जिला स्तर के नेता मौजूद रहे, जिनमें जिला-इकाई अध्यक्ष के साथ पार्टी विधायक और सांसद भी थे।
मुख्यमंत्री ने आगे नेताओं से जिला स्तर पर जमीनी हाल के बारे में जाना और कुछ संगठनात्मक बदलावों पर चर्चा की। उन्होंने इस दौरान जोर दिया कि नेता-कार्यकर्ता घर-घर जाकर सरकार की उपलब्धियों और अच्छे कामों का ब्यौरा दें। साथ ही ऐसे कामों से बचें, जिससे पार्टी की बदनामी हो।
नाम न बताने की शर्त पर टीएमसी से लोकसभा के एक सांसद ने बताया, “मुख्यमंत्री ने कहा कि पार्टी के लोग सारी चीजें प्रशासन पर छोड़कर राहत कार्य में शामिल न हों। राहत, कोरोना वायरस और अम्फान के पीड़ितों तक हर हाल में पहुंचे।”
सीएम का हवाला देते हुए सांसद ने आगे बताया- राशन वितरण प्रणाली में भ्रष्टाचार करने वालों के खिलाफ सरकार कड़ा ऐक्शन लेगी। अगर ऐसा करते कोई पाया जाता है, तब पार्टी किसी भी हालत में उसके साथ खड़ी नहीं होगी।
ममता की यह मैराथन मीटिंग ऐसे वक्त पर हुई है, जब Bharatiya Janata Party (BJP) ने 2021 के अपने चुनावी कैंपेन को लॉन्च किया है। इसे आर नोई ममता (Aar Noi Mamata) नाम दिया गया है, जिसका अर्थ है- अब और नहीं ममता।
चुनाव के मद्देनजर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी बीजेपी की राज्य इकाई की नौ जून के वर्चुअल रैली को संबोधित करेंगे। बता दें कि बंगाल में सत्तारूढ़ TMC के विरोधियों मसलन BJP, वाम दल (Left) और Congress ने ममता सरकार और उनकी पार्टी पर सरकारी राहत कार्यों (कोरोना और अम्फान के दौरान) में भ्रष्टाचार करने को लेकर निशाना साधा है।