देश के उत्तरी इलाकों में सर्दी का कहर जारी है। दिल्ली-एनसीआर में कोहरे के कारण सुबह के समय विजिबिलिटी की परेशानी हो रही है। इस कारण ट्रेनें और फ्लाइट प्रभावित हो रही हैं। ठंड के कारण लोगों की कंपकंपी छूट रही है। ठिठुरन के बीच खबर आ रही है कि कल पहाड़ी इलाकों में बारिश हो सकती है। यानी आने वाले दिनों में सर्दी और बढ़ने वाली है।
आईएमडी वैज्ञानिक सोमा सेन का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ (Western disturbance) के कारण पहाड़ी क्षेत्रों के मौसम में बदलाव हो सकता है, खासकर पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में। उनका कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण पहाड़ी इलाकों में बारिश हो सकती है। हालांकि मैदानी इलाकों में इसका खास प्रभाव नहीं पड़ेगा।
दरअस, इन दिनों कोहरा काफी ज्यादा पड़ रहा है। इस कारण ठंड काफी पड़ रही है। पूरा उत्तर भारत ठंड की चपेट में है। कुछ दिनों पहले ठंड कम पड़ रही थी। हालांकि पिछले कुछ दिनों से ठंड बढ़ गई है। इस कारण तापमान में काफी गिरावट दर्ज की गई है। उत्तर भारत के कई शहरों में शीत लहर का कहर जारी है। आईएमडी के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के कारण पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में आज और कल बारिश होने की संभावना है।
वहीं मैदानी इलाकों में अभी ठंड का कहर जारी रहेगा। सुबह कोहरा छाया रहेगा वहीं ठंडी शीत लहर भी जारी रहेगी। कुल मिलाकर अगले दो दिनों तक पहाड़ी इलाकों में बारिश होगी और मैदानी इलाकों में ठंड पड़ेगी। हालांकि इसके बाद तापमान बढ़ सकता है।
दिल्ली में घना कोहरा, न्यूनतम तापमान 3.5 डिग्री सेल्सियस
दिल्ली में मंगलवार सुबह न्यूनतम तापमान 3.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं यहां कई हिस्सों में घना कोहरा छाया रहा। इस कारण रेल और सड़क यातायात प्रभावित रहा। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि घने कोहरे के कारण दिल्ली आने वाली या यहां से होकर गुजरने वाली कम से कम 30 ट्रेन देरी से चल रही हैं। दिल्ली में सोमवार को इस मौसम का सबसे कम तापमान 3.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो इस मौसम के औसत से चार डिग्री सेल्सियस कम है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के आंकड़ों के अनुसार, दिल्लीवासियों को मंगलवार सुबह भी भीषण सर्दी का सामना करना पड़ा। मंगलवार सुबह साढ़े आठ बजे न्यूनतम तापमान 3.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से चार डिग्री नीचे है। पालम वेधशाला ने सुबह न्यूनतम तापमान 5.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया। कुल मिलाकर अभी दो दिनों तक ठंड से राहत नहीं मिलने वाली है।