PM Modi Rashtriya Ekta Diwas: गुजरात के केवड़िया में राष्ट्रीय एकता दिवस परेड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस बार राष्ट्रीय एकता दिवस एक अद्भुत संयोग लेकर आया है। एक तरफ आज हम एकता का पर्व मना रहे हैं तो दूसरी तरफ दीपावली का भी पर्व है। दीपावली दीयों के माध्यम से पूरे देश को जोड़ती है, पूरे देश को रोशन करती है और अब दीपावली का पर्व भारत को दुनिया से भी जोड़ रहा है। कई देशों में इसे राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाया जा रहा है। मैं देश और दुनिया में रहने वाले सभी भारतीयों और भारत के शुभचिंतकों को दीपावली की बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि सरदार पटेल की ओजस्वी आवाज, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के पास ये भव्य कार्यक्रम, एकता नगर का ये मनोरम दृश्य और यहां की अद्भुत प्रस्तुतियां, लघु भारत की ये झलकियां, सब कुछ इतना अद्भुत है, इतना प्रेरक है। 15 अगस्त और 26 जनवरी की तरह ही 31 अक्टूबर का ये आयोजन पूरे देश को नई ऊर्जा से भर देता है। मैं सभी देशवासियों को राष्ट्रीय एकता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज पूरा देश खुश है कि आजादी के सात दशक बाद एक देश और एक संविधान का संकल्प पूरा हुआ है। यह सरदार साहब को मेरी सबसे बड़ी श्रद्धांजलि है। 70 साल तक बाबा साहब अंबेडकर का संविधान पूरे देश में लागू नहीं हुआ। संविधान का नाम जपने वालों ने इसका बहुत अपमान किया था। इसका कारण जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 की दीवार थी। अनुच्छेद 370 को हमेशा के लिए दफना दिया गया है। पहली बार इस विधानसभा चुनाव में बिना भेदभाव के मतदान हुआ। पहली बार वहां के मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान की शपथ ली है। इस दृश्य ने भारतीय संविधान के निर्माताओं को बहुत संतोष दिया होगा, उनकी आत्मा को शांति मिली होगी और यह संविधान निर्माताओं को हमारी विनम्र श्रद्धांजलि है।

पीएम मोदी ने कहा कि हम अब एक राष्ट्र एक चुनाव की दिशा में काम कर रहे हैं, जिससे भारत का लोकतंत्र मजबूत होगा, भारत के संसाधनों का अधिकतम उपयोग होगा और देश विकसित भारत के सपने को साकार करने में नई गति प्राप्त करेगा। आज भारत एक राष्ट्र एक नागरिक संहिता यानी धर्मनिरपेक्ष नागरिक संहिता की ओर बढ़ रहा है।

नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज हम सभी वन नेशन आइडेंटिटी- आधार की सफलता देख रहे हैं और दुनिया भी इसकी चर्चा कर रही है। पहले भारत में अलग-अलग टैक्स सिस्टम थे, लेकिन हमने वन नेशन वन टैक्स सिस्टम- GST बनाया। हमने वन नेशन वन पावर ग्रिड से देश के पावर सेक्टर को मजबूत किया। हमने वन नेशन वन राशन कार्ड के जरिए गरीबों को मिलने वाली सुविधाओं को एकीकृत किया। हमने आयुष्मान भारत के रूप में देश के लोगों को वन नेशन वन हेल्थ इंश्योरेंस की सुविधा दी है। एकता के हमारे इन्हीं प्रयासों के तहत अब हम वन नेशन वन इलेक्शन की दिशा में काम कर रहे हैं, जिससे भारत का लोकतंत्र मजबूत होगा, जिससे भारत के संसाधनों का अधिकतम उपयोग होगा और विकसित भारत के सपने को साकार करने में देश को नई गति मिलेगी। आज भारत वन नेशन सिविल कोड यानी धर्मनिरपेक्ष नागरिक संहिता की ओर बढ़ रहा है…”

पीएम मोदी ने एकता नगर को दी 284 करोड़ की सौगात, 51 लाख तक पहुंची स्टेच्यू ऑफ यूनिटी देखने आने वाले पर्यटकों की संख्या

पीएम मोदी ने कहा कि पिछले 10 साल भारत की एकता और अखंडता के लिए अभूतपूर्व उपलब्धियों से भरे रहे हैं। आज सरकार के हर काम, हर मिशन में राष्ट्रीय एकता के प्रति प्रतिबद्धता दिखाई देती है…सच्चे भारतीय होने के नाते, राष्ट्रीय एकता की दिशा में किए गए हर प्रयास का उत्साह और ऊर्जा के साथ जश्न मनाना, नए संकल्पों, आशाओं और उत्साह को मजबूत करना हमारा कर्तव्य है। यही सच्चा उत्सव है। भारत की भाषाओं को बढ़ावा देकर हम एकता के बंधन को मजबूत करते हैं। नई शिक्षा नीति इसका एक शानदार उदाहरण है, जिसे देश ने गर्व के साथ अपनाया है।”

मोदी ने कहा किआज सरदार पटेल की 150वीं जयंती का वर्ष शुरू हो रहा है और देश अगले दो वर्षों तक इस मील के पत्थर का जश्न मनाएगा। यह भारत के लिए उनके असाधारण योगदान के लिए एक श्रद्धांजलि है। यह अवधि उनकी उल्लेखनीय उपलब्धियों के सम्मान से भरी होगी और सरकार की हर पहल और मिशन में राष्ट्रीय एकता झलकेगी। जब भारत को आजादी मिली, तो दुनिया में कुछ लोग थे जो अनुमान लगा रहे थे कि भारत बिखर जाएगा। उन्हें कोई उम्मीद नहीं थी कि सैकड़ों रियासतों को मिलाकर एक अखंड भारत बनाया जा सकता है, लेकिन सरदार साहब ने ऐसा किया। यह इसलिए संभव हुआ क्योंकि सरदार साहब अपने व्यवहार में यथार्थवादी थे, अपने संकल्प में सत्यवादी थे, अपने कार्यों में मानवतावादी थे और अपने उद्देश्य में राष्ट्रवादी थे।”