हैदराबाद एनकाउंटर केस पर शुक्रवार को एक टीवी डिबेट में न्यूज एंकर चर्चा के बीच पैनलिस्ट पर बुरी तरह भड़क उठीं। ब्रिक्स संस्थापक निशांत वर्मा ने हैंडकफ (हथकड़ी) को लेकर सवाल दागा था। बीच में टोकते हुए पूछा थी- पुलिस की हथकड़ी उस दौरान कहां थीं?

इसी पर एंकर ने उन्हें झाड़ा और हिदायत देते हुए कहा कि आप अपनी जेब में हथकड़ी रखिए। हैदराबाद रेपकांड पीड़िता को जब आग लगा दी गई थी, तब कहा थे हैंडकफ? जब उस पर पेट्रोल छिड़का गया था, तब कहां थे? आए बड़े हैंडकफ लगवाने वाले…दानवों के मानवाधिकार नहीं होते।

यह मामला ABP News के सीधा सवाल कार्यक्रम से जुड़ा है। शाम को हैदराबाद एनकाउंटर पर ‘साफ’ कर के इंसाफ विषय पर इसमें चर्चा हो रही थी। डिबेट में दिल्ली हाईकोर्ट के वकील आर एच ए सिकंदर इस मुद्दे पर अपनी बात रख रहे थे, तभी पैनलिस्ट निशांत वर्मा ने हाथ उठाया और बोलने लगे- वेयर आर दी हैंडकफ्स (हथकड़ियां कहां थीं?)।

पूर्व आईपीएस वेद भूषण ने भी इस बाबत बीच में वर्मा की बात को काटा, तो पैनलिस्ट ने उन्हें जवाब दिया कि आप एयर कंडीशंड आईपीएस अफसर हैं…। एंकर ने भी इसके बाद बोला- शर्म नहीं आती आपको, जब उस बच्ची का रेप हो रहा था तब कहां थे? हैंडकफ चाहिए आपको…।

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बता दें कि तेलंगाना पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि दो आरोपियों ने सुबह हथियार छीनने के बाद पुलिस पर गोलियां चलाईं थी, जिसके बाद पुलिस ने ‘जवाबी’ फायरिंग की। एक आरोपी ने सबसे पहले गोली चलाई। वारदात स्थल पर पुलिस की जो टीम उन्हें लेकर वहां गई थी, उन पर भी ईंट-पत्थरों से हमला हुआ था।

पुलिस ने पत्रकारों से आगे कहा- शुरुआत में संयम बरतने और आरोपियों को सरेंडर के लिए कहने के बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की। छीने गए हथियार ”अनलॉक” (फायरिंग के लिए तैयार) थे। गोलीबारी की घटना जब हुई, उस समय आरोपियों के हाथों में हथकड़ी नहीं थी और यह घटना आज सुबह पांच बजकर 45 मिनट से सवा छह बजे के बीच हुई।

मुठभेड़ का ब्यौरा देते हुए शीर्ष अधिकारी ने कहा कि आरोपियों के ‘कबूलनामे’ के आधार पर एक मोबाइल फोन और ‘अन्य सामग्री’ बरामद करने के लिए पुलिस टीम उन्हें वहां लेकर गयी थी। इस टीम में पुलिस के 10 अधिकारी शामिल थे। उन्होंने कहा, ‘‘सभी चारों आरोपी एकसाथ हो गए, उन्होंने ईंट-पत्थर तथा अन्य चीजों से पुलिस दल पर हमला बोल दिया। इसके बाद उन्होंने हमारे दो अधिकारियों से उनके हथियार छीन लिए और गोलीबारी की।’’

पुलिस आगे बोली, ‘‘हमारे अधिकारियों ने संयम रखा और उन्हें आत्मसमर्पण के लिए कहा। लेकिन, उन्होंने नजरअंदाज करते हुए गोलीबारी की और हमला करते रहे, इसके बाद हमारे लोगों ने जवाबी कार्रवाई की और इसमें चारों आरोपी मारे गए।’’