रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने शनिवार को कहा कि सत्ता में रह चुकी UPA सरकार को इस बात का जवाब देना होगा कि अगस्तावेस्टलैंड हेलीकॉप्टर सौदे में किसने रिश्वत प्राप्त की। पर्रिकर ने संवाददाताओं से कहा, “विवाद का प्रश्न यह है कि अगस्ता सौदे में किसने पैसा लिया। सौदा होने के समय सत्ता में रहे लोगों को जवाब देना होगा। इतालवी अदालत ने स्पष्ट रूप से कहा कि 125 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया। उसने कुछ नामों का भी खुलासा किया था। उस समय की सरकार को जवाब देने की जरूरत है।”

Read Also: VVIP हेलिकॉप्टर सौदे में दो इतालवी नागरिकों के खिलाफ रेड कार्नर नोटिस

केंद्रीय मंत्री ने कहा, “जांच यह स्पष्ट कर देगी कि रिश्वत के रूप में कितनी राशि और किसे दी गई लेकिन जिस तरीके से सौदा किया गया और एक विशेष कंपनी को लाभ पहुंचाने के प्रयास किए गए, उसके बारे में उस समय सत्ता में रहे लोगों को जवाब देना होगा।” उन्होंने कहा कि वह इस मुद्दे पर अधिक बात नहीं करेंगे क्योंकि यह मामला संसद में सुलझाया जाना है।

Read Also: AgustaWestland: केंद्र का पलटवार- मोदी की कामयाबी नहीं देख सकती कांग्रेस, इसलिए लगा रही आरोप

पर्रिकर यहां चीड़बाग में शहीद स्मारक की आधारशिला रखने के बाद संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हेलीकॉप्टर सौदा उस समय पटरी से उतरा गया था जब इटली ने अगस्तावेस्टलैंड की स्वामी कंपनी फिनमेकेनिका के प्रमुख को इस सौदे में रिश्वत देने के लिए गिरफ्तार किया था। अगस्तावेस्टलैंड के प्रमुख ग्यूसेप ओरसी को दोषी ठहराने वाली इटली की अदालत ने कथित रूप से यह बताया था कि फर्म ने किस प्रकार कांग्रेस के शीर्ष नेताओं को 3600 करोड़ रुपए का सौदा करने के लिए रिश्वत दी थी।

Read Also: हेलिकॉप्टर सौदाः केजरीवाल ने मोदी पर साधा निशाना, पूछा- छापेमारी क्यों नहीं करती सरकार?