Assembly Election Result 2022: हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) और गुजरात (Gujarat) विधानसभा चुनावों के नतीजे सामने आ चुके हैं। गुजरात में जहां भारतीय जनता पार्टी (BJP) मे रिकॉर्ड जीत हासिल की, वहीं हिमाचल प्रदेश में पार्टी को हार का सामना करना पड़ा। चुनाव परिणामों के बाद भाजपा के वरिष्ठ नेता नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने कहा कि हम अगले चुनावों में न तो पोस्टर लगाएंगे, न ही चाय पानी का खर्च देंगे फिर भी जनता हमें वोट देगी।

एजेंडा आजतक के मंच पर केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि मैं भी राजनेता हूं, लोकसभा चुनाव लड़ता हूं। अभी 3.5 लाख वोट से आया हूं अगली बार 5 लाख से आऊंगा। उन्होंने कहा कि ये मेरा अंहकार नहीं है, काम के बदले ऐसा करूंगा। भाजपा नेता ने आगे कहा, “जनता मालिक है, मैं ट्रस्टी हूं। देश के लिए काम होना चाहिए। मैं कोई साधु-सन्यासी नहीं हूं। पहले अपना घर देखता हूं, अपना परिवार देखता हूं और फिर समाज के लिए और देश के लिए काम करता हूं।”

काम पर मिलेंगे वोट- बोले नितिन गडकरी (Nitin Gadkari)

नितिन गडकरी ने आगे कहा, “मैंने लोगों को बोल दिया है पोस्टर नहीं लगाऊंगा, बैनर नहीं लगाऊंगा, चाय नहीं पिलाऊंगा, नाश्ता नहीं कराऊंगा, तुमको वोट देना है तो दो। मैं कोई आमिष दिखाकर वोट नहीं लेना चाहता। मैंने काम किया है, उसके ऊपर मुझे वोट मिलेंगे। हिंदू-मुसलमान सब वोट देंगे।” भाजपा नेता ने कहा, “मैं अभी मुसलमानों के एक कार्यक्रम में गया था वहां मैंने कहा कि मैं आरएसएस वाला हूं, बाद में पछतावा नहीं करना है।” उन्होंने आगे कहा कि सब मेरे साथ हैं क्योंकि मैंने काम में कोई भेदभाव नहीं किया है।

विधानसभा चुनावों के नतीजों (Assembly Election 2022 Result) पर क्या बोले गडकरी

वहीं, गुजरात में बीजेपी की प्रचंड जीत का कारण बताते हुए नितिन गडकरी ने कहा कि हम जब सत्ता में होते हैं तो विकास की राजनीति करते हैं। अच्छे रोड, पानी, बिजली, ट्रांसपोर्ट, कम्युनिकेशन, कृषि, मेडिकल हेल्थ, एजुकेशन हर जगह पर हमने रिकॉर्ड बनाए हैं। गुजरात की जनता को विकास देखने को मिला, इसी के कारण गुजरात की जनता हमें वहां लगातार 27 साल से सत्ता में ला रही है। यही कारण है कि पीएम मोदी के नेतृत्व में गुजरात की जनता ने हमें समर्थन दिया।

दूसरी ओर हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में हार पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मुझे लगता है कि हिमाचल की हार में हमारे और कांग्रेस के वोटों का अंतर बहुत कम रहा। मैं ये ही कहूंगा कि नसीब ने हमारा साथ नहीं दिया। 1-2 प्रतिशत ज्यादा वोट मिलता तो हमारी सत्ता आ जाती।