लालू प्रसाद के बड़े बेटे और राजद विधायक तेजप्रताप यादव अपने बयानों को लेकर लगातार चर्चा में रहते हैं। 5 जुलाई को पार्टी के स्थापना दिवस के अवसर पर तेजप्रताप यादव ने अपने संबोधन में कहा कि लोग कहते हैं कि यही दूसरा लाल प्रसाद है। साथ ही उन्होंने खुद को श्रीकृष्ण और अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव को अर्जुन बताया।

राजद नेता तेजप्रताप यादव ने कहा कि पार्टी में और विरोधियों में इस बात की चर्चा है कि यही लालू यादव के विचारों पर चलता है। कई विरोधी भी बोलते हैं कि यहीं दूसरा लालू यादव है। लालू यादव से सब डरता था इसलिए मुकदमा कर के घेरने का काम किया, लेकिन जब-जब तेजस्वी को घेरने का काम किया तब-तब कृष्ण भगवान की तरह हम सामने आ गए। विरोधी लोग हमला करते रहेंगे लेकिन तेजप्रताप यादव कृष्ण की तरह तेजस्वी अर्जुन को बचाता रहेगा।

हालांकि अपने संबोधन के दौरान तेजप्रताप यादव का दर्द भी सामने आ गया। मंच से ही तेजप्रताप ने कहा कि पार्टी में लोग उनके फोन का रिस्पाॉंस नहीं देते हैं। उनके क्षेत्र के एक कार्यकर्ता को अस्पताल में भर्ती करवाना था लेकिन किसी नेता ने इस पर गंभीरता नहीं दिखायी।

साथ ही उन्होंने कहा कि मुझे पीछे खींचा जाता है, ताकि मैं असली हीरो न बन जाऊं। भाषण देते वक्त तेज प्रताप का माइक खराब हो गया तो उन्होंने कहा कि सच कोई सुनना नहीं चाहता है। इसलिए माइक खराब हो गया। बताते चलें कि शारीरिक रूप से कमजोर दिख रहे राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू प्रसाद ने लंबी अवधि के बाद अपनी राजनीतिक बैठक को सोमवार को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली बिहार सरकार की विफलताओं का जिक्र किया तथा अपने पुत्र तेजस्वी प्रसाद यादव के नेतृत्व में अपनी पार्टी के भविष्य के उज्ज्वल रहने का भरोसा जताया।

लालू ने अपने बड़े पुत्र तेजप्रताप यादव की भी प्रशंसा करते हुए कहा, ‘‘हमारा तेजस्वी तो तेज है ही, लेकिन मैंने हमारे बड़े बेटे तेजप्रताप यादव का भी भाषण सुना, उनके भाषण में भी दम है।’’