तेलगुदेशम पार्टी के मुखिया और आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडू पर लॉकडाउन नियमों के उल्लंघन का आरोप लगा है। आंध्र प्रदेश सीएम जगनमोहन रेड्डी ने ये आरोप लगाए हैं। दरअसल चंद्रबाबू नायडू सोमवार को तेलंगाना से सड़क मार्ग से अमरावती पहुंचे थे। इस दौरान पूर्व सीएम का बड़ी संख्या में उनके समर्थकों द्वारा स्वागत किया गया, जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग का भी ध्यान नहीं रखा गया।
चंद्रबाबू नायडू पर निशाना साधते हुए वाईएसआरसीपी नेता गाडिकोटा श्रीकांत ने कहा कि “जब पूरा देश 31 मई तक लॉकडाउन का पालन कर रहा है और सभी लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं। वहीं चंद्रबाबू नायडू ने हैदराबाद में रैली निकाली, जिसमें सैंकड़ों की तादाद में लोग इकट्ठा हुए, उन्हें माला पहनायी और इस दौरान लोगों ने मास्क भी नहीं लगाए हुए थे। एक वरिष्ठ नेता होते हुए वह ऐसा कैसे कर सकते हैं? उन्हें इसके लिए माफी मांगनी चाहिए।”
रेड्डी ने कहा कि ‘एक रेड जोन से आने की वजह से उन्हें क्वारंटीन होना चाहिए लेकिन चंद्रबाबू नायडू राजनीति करने की कोशिश कर रहे हैं। वह हैदराबाद में थे और अचानक से लंबे चौड़े काफिले के साथ यहां पहुंचे। उन्हें राज्यों की सीमा पार करने के चलते क्वारंटीन होना चाहिए।’
बता दें कि चंद्रबाबू नायडू बीती 22 मार्च को हैदराबाद गए थे लेकिन 24 मार्च को राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लागू होने के चलते वह वहीं फंस गए। अब लंबे वक्त तक हैदराबाद में रुकने के बाद वह सोमवार को अमरावती पहुंचे।
कई सुरक्षा विशेषज्ञों ने भी चंद्रबाबू नायडू के प्रोटोकॉल तोड़ने पर चिंता जाहिर की है। बता दें कि नायडू पर साल 2003 में पीपल्स वॉर ग्रुप द्वारा हमला किया गया था, जिसमें वह बाल बाल बच गए थे। उसके बाद से उन्हें जेड श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है।
सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि टीडीपी चीफ काले रंग की टोयोटो फॉर्च्यूनर में सवार थे और उनके काफिले के अन्य सभी वाहन सिल्वर रंग के थे। ऐसे में यदि हमला होता है तो उनके वाहन की पहचान करना बेहद आसान हो जाता।
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