भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी का कहना है कि राम जन्मभूमि मामले की रोजाना सुनवाई के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को खत लिखा है। साथ ही दिल्ली यूनिवर्सिटी की तरह ही पूरे देश के विश्वविद्यालयों में इस मुद्दे पर सेमिनार आयोजित की जाएंगी। उन्होंने कहा कि मैंने प्रधानमंत्री से कहा है कि केन्द्र को 15 मार्च से पहले इस केस की रोजाना सुनवाई के लिए सुप्रीम जाना चाहिए। एक टीवी शो के दौरान असदुद्दीन ओवैसी और अन्य मुस्लिमों ने भी रोजाना सुनवाई का समर्थन किया।
स्वामी ने बताया कि राम मंदिर के निर्माण के लिए वे समाजवादी पार्टी के नेता मुलायम सिंह को मना लेंगे क्योंकि वे हनुमान भक्त हैं। उन्होंने कहा, मैं मुलायम सिंह यादव से भी मिलूंगा वे मेरे भाई जैसे हैं। वे वोटों के लिए ड्रामा करते हैं लेकिन वास्तव में वे हनुमान भक्त हैं। जब उनके अंदर का हिंदुत्व जाग जाएगा तो वो पक्का हमारा साथ देंगे। स्वामी ने आगे कहा कि हम मुलायम और मायावती को मना लेंगे लेकिन सोनिया गांधी से बात नहीं करेंगे। उनका कोई भरोसा नहीं है। कांग्रेस पार्टी भिखारियों की तरह व्यवहार कर रही है। अब वे पीडीपी से बात करने के लिए जम्मू चले गए। उनकी पार्टी में कुछ राष्ट्रवादी हैं लेकिन वे सोए पड़े हैं। जब वे जागेंगे तो हम उनसे बात करेंगे।
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स्वामी ने बताया कि मंदिर निर्माण को लेकर वे देशभर के विश्वविद्यालयों में सेमिनार आयोजित करेंगे। हमें गुजरात और तमिलनाडु से बुलावा आया है। हम जेएनयू में भी सेमिनार आयोजित करेंगे। वामपंथी कार्यकर्ता नशेड़ी हैं और वे हम से कैसे लड़ेंगे। स्वामी ने कहाकि राम मंदिर निर्माण का आंदोलन वे चलाएंगे पीएम मोदी नहीं। उन्होंने कहा, वो देश चलाएंगे और मैं ये मूवमेंट चलाऊंगा।
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