पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बीच चुनाव आयोग की तरफ से ममता बनर्जी को झटका लगा है। चुनाव आयोग ने नंदीग्राम में उनके द्वारा मतदान बाधित होने के लगाए गए आरोप को गलत बताया है। चुनाव आयोग ने कहा है कि ममता बनर्जी के द्वारा लगाए गए आरोप में कोई सत्यता नहीं है। साथ ही आयोग की तरफ से कहा गया है कि भविष्य में अगर बेबुनियाद आरोप लगाए गए तो कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि ममता बनर्जी नंदीग्राम के बयाल-2 स्थित 7 नंबर बूथ में लगभग दो घंटे तक रहीं थी। और वहीं से उन्होंने राज्यपाल जगदीप धनखड़ को फोन किया था और मतदान में धांधली का आरोप लगाया था। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गृह मंत्री अमित शाह पर चुनाव कार्य में हस्तक्षेप करने का भी आरोप लगाया था। साथ ही चुनाव आयोग को एक पत्र भी लिखा था। ममता बनर्जी द्वारा लगाए गए आरोप के बाद बंगाल से लेकर दिल्ली तक की राजनीति गर्म हो गयी थी।
चुनाव आयोग ने ममता बनर्जी के हस्तलिखित पत्र को ‘तथ्यात्मक रूप से गलत’ बताते हुए कहा है कि मतदान केंद्र में ममता बनर्जी की कार्रवाई की पश्चिम बंगाल की कानून व्यवस्था पर गलत असर पड़ने की संभावना है। संभव है कि इसका प्रभाव अन्य राज्यों पर भी पड़े।’
बताते चलें कि ममता बनर्जी ने आरोप लगाया था कि नंदीग्राम के बूथ पर बाहर से गुंडे आए थे। उन्होंने कहा था कि जो लोग आए थे वो बाहर के थे वो किसी और भाषा में बात कर रहे थे। साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चुनाव के दिन प्रचार करने पर भी सवाल उठाया था।
बताते चलें कि बंगाल में आठ चरण में विधानसभा के चुनाव हो रहे हैं। दूसरे चरण के मतदान के दौरान ममता बनर्जी ने चुनाव में धांधली का आरोप लगाया था। राज्य में अभी 6 चरण के मतदान होने हैं। इस बार के चुनाव में बीजेपी, टीएमसी और कांग्रेस लेफ्ट गठबंधन के बीच मुकाबला देखने को मिल रहा है। पिछले विधानसभा चुनाव में टीएमसी को 211 सीटों पर जीत मिली थी।