शिवसेना बॉलीवुड एक्टर शाहरुख खान के समर्थन में आई है। पार्टी ने कहा है कि किसी को सिर्फ इसलिए निशाना नहीं बनाना चाहिए कि वह मुसलमान है। शाहरुख खान के बारे में मंगलवार को भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा था कि वह रहते तो हिंदुस्तान में हैं, लेकिन उनकी आत्मा पाकिस्तान में है। हालांकि, बुधवार को उन्होंने अपना बयान बदल लिया। पर बुधवार को ही भाजपा सांसद आदित्यनाथ ने शाहरुख की तुलना हाफिज सईद से कर दी। आदित्यनाथ ने यह भी कहा कि अगर मुसलमान शाहरुख की फिल्में देखना बंद कर दें तो वह सड़क पर आ जाएंगे। उन्होंने कहा कि शाहरुख और हाफिज सईद की भाषा एक ही है।
Saw this. Don’t agree with his statement but he has nowhere compared @iamsrk with Hafiz Sayeed. https://t.co/DMQphAJIUo
— Anupam Kher (@AnupamPkher) November 4, 2015
इसके बाद शिवसेना ने शाहरुख के समर्थन में बयान दिया और अनुपम खेर ने भी कहा कि भाजपा नेताओं को शाहरुख के बारे में बेतुकी बातें बंद करनी चाहिए। उधर, बुधवार को रांची में बाबा रामदेव ने भी शाहरुख खान पर निशाना साधा। उन्होंने कहा- पद्मश्री अवॉर्ड पाने के बाद जितना भी पैसा कमाया है, शाहरुख उसे दान कर दें या फिर पीएम राहत कोष में जमा करा दें। नहीं तो हम समझेंगे कि जिसकी चाकरी करके उन्होंने अवॉर्ड पाया, उसे ही खुश करने के लिए असहिष्णुता की बात कर रहे हैं।
शाहरुख ने ‘असहिष्णुता’ पर एक बयान दिया था। इसी बयान के बाद भाजपा नेता उन्हें आड़े हाथों ले रहे हैं। शाहरुख ने सोमवार को अपने 50वें जन्मदिन पर टीवी इंटरव्यू में कहा था, ‘धार्मिक कट्टरता या किसी भी तरह की कट्टरता सबसे खराब बात है और यह हमें अंधेरे में धकेल देगा।’ उन्होंने यह भी कहा था कि किसी को उनकी देशभक्ति पर सवाल खड़े करने का हक नहीं है।
भाजपा नेता विजयवर्गीय के बयान के बाद मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद ने कहा था, “अगर शाहरुख खान को भारत में रहने में दिक्कत हो, तो वे पाकिस्तान आकर रह सकते हैं।”
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