तेल के बढ़ते दामों से आमजन बेहाल हैं। हालांकि बीजेपी के नेता बढ़ोतरी के बचाव में तर्क देने में लगे हैं। लेकिन उनकी बात जनता तो क्या अपने सहयोगी दलों के गले के नीचे से ही नहीं उतर रही है। नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड ने तेल के दामों में बढ़ोतरी के साथ महंगाई को लेकर बीजेपी सरकार से मांग की है कि सरकार तत्काल कोई कदम उठाए।

जदयू के मुख्य महासचिव केसी त्यागी का कहना है कि केंद्र तुरंत इस दिशा में कदम उठाकर पेट्रोल, डीजल और एलपीजी के दामों में कमी करे। उनका कहना है कि सरकार के इस कदम का असर उन लोगों पर भी पड़ रहा है जिन्होंने बड़े उत्साह के साथ बीजेपी की सरकार बनाने को वोट किए थे।

अखिलेश ने बीजेपी सरकार को बताया कंपनी

समाजवादी पार्टी के चीफ अखिलेश यादव ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि यह एक कंपनी बन गई है जो बढ़ी हुई लागत जनता से वसूल रही है। उन्होंने ट्वीट किया कि आज के महंगाई के दौर में कंपनियां बढ़ती हुई लागत जनता से वसूल रही हैं पर अपना मुनाफा कम नहीं कर रही हैं। लोकतंत्र में सरकार की भूमिका राज करने की नहीं बल्कि ऐसी नीतियां बनाने की होती है जो जनहित में हों। ताकि कोई जनता का शोषण-उत्पीड़न न कर सके। भाजपा एक कम्पनी बन गई है।

पेट्रोल और डीजल की कीमतों में मंगलवार को एक बार फिर 80 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई। बीते दो सप्ताह में कीमतों में कुल 9.20 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की जा चुकी है। तेल कंपनियों के मुताबिक दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 103.81 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 104.61 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 95.07 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 95.87 रुपये प्रति लीटर हो गई है। कीमतों में देशभर में वृद्धि की गई है, लेकिन इनके दाम स्थानीय कर के आधार पर अलग-अलग राज्यों में भिन्न हैं। पेट्रोल और डीजल की कीमतें करीब साढ़े चार महीने तक स्थिर रहने के बाद 22 मार्च को बढ़ाई गई थीं। तब से 13वीं बार कीमतों में वृद्धि की गई है।

मध्यप्रदेश में माल भाड़े में 25 फीसद तक के इजाफे की तैयारी

मध्यप्रदेश में डीजल का दाम 100 रुपये प्रति लीटर के पार पहुंचने के बाद ट्रांसपोर्टरों ने माल भाड़े में 20 से 25 प्रतिशत के इजाफे का फैसला किया है। इसके असर से रोजमर्रा की जरूरत की चीजों की महंगाई बढ़ना तय माना जा रहा है। इंदौर में मंगलवार को डीजल का भाव 82 पैसे बढ़कर 100.39 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया। भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर और राज्य के अन्य प्रमुख शहरों में भी डीजल का दाम 100 रुपये प्रति लीटर का स्तर लांघ चुका है। ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस की पश्चिमी क्षेत्र इकाई के उपाध्यक्ष विजय कालरा ने कहा कि डीजल की कीमतों में लगातार इजाफे के कारण हमारे पास मालभाड़ा बढ़ाने के अलावा कोई और चारा नहीं है।