रिपब्लिक पर डिबेट के दौरान एंकर अर्नब गोस्वामी पैनलिस्ट से पूछने लगे कि यह संसद में आखिर हो क्या रहा है? विपक्ष क्या कर रहा है? जवाब में पैनलिस्ट कहने लगे कि अगर आप संसद के काम में बाधा डालने की बात करेंगे तो अब तक का सबसे खराब रिकॉर्ड तो यूपीए-2 के समय का रहा है जब बीजेपी विपक्ष में रहकर हंगामा किया करती थी। बीजेपी विपक्ष में रहती थी तो लोकसभा का 67 फीसदी समय खराब होता था। पैनलिस्ट ने कहा कि सरकार विपक्ष को मुद्दों पर अपनी बात रखने नहीं दे रही है।

मालूम हो कि संसद के मानसून सत्र के दौरान हंगामा और अमर्यादित व्यवहार करने का विपक्ष पर आरोप लगाते हुए बृहस्पतिवार को केंद्रीय मंत्रियों ने कहा कि संसद में नियम तोड़ने व इस तरह का बर्ताव करने वाले विपक्षी सांसदों के खिलाफ ऐसी सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए कि कोई भी भविष्य में ऐसा करने का साहस नहीं करे। केंद्रीय मंत्रियों ने विपक्षी नेताओं पर मार्शलों के साथ धक्का- मुक्की करने का आरोप लगाया। केंद्रीय मंत्रियों की यह टिप्पणी तब आई है जब विपक्षी दलों ने आरोप लगाया कि राज्यसभा में बुधवार को उनके सदस्यों के साथ मार्शल ने धक्का मुक्की की और उनकी आवाज दबाने का प्रयास किया गया।

सरकार की तरफ से केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान, भूपेंद्र यादव, मुख्तार अब्बास नकवी, अनुराग ठाकुर, प्रह्लाद जोशी, अर्जुन मेघवाल और वी. मुरलीधरन ने संयुक्त प्रेस वार्ता में इनका जवाब दिया। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि विपक्ष का ‘‘मेरे तरीके से नहीं तो किसी भी तरीके से नहीं’’ का रवैया बहुत निंदनीय है और देश भी ऐसे रुख की निंदा करता है।

गोयल ने कहा कि राज्यसभा में बुधवार को विपक्ष का आचरण संसदीय लोकतंत्र का निचला स्तर था तथा विपक्ष इस तथ्य को पचा नहीं पा रहा है कि देश ने उस पर भरोसा करना बंद कर दिया है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कुछ विपक्षी सदस्य आसन की ओर पुस्तक एवं नियम पुस्तिका फेंक रहे थे और अगर उस समय सभापति आसन पर होते या महासचिव सीट पर होते तब उन्हें चोट पहुंच सकती थी।

उन्होंने कहा कि जो दुखद और शर्मनाक घटनायें हमने इस सत्र में देखी हैं तथा राज्य सभा में विपक्ष का जो व्यवहार रहा है, उससे सदन की गरिमा आहत हुई है। उन्होंने कहा कि अनाप शनाप आरोप लगा कर विपक्ष ने आसन की गरिमा को भी आघात पहुंचाया है ।

गोयल ने उन दावों को सिरे से खारिज कर दिया जिसमें कहा गया है कि राज्यसभा में विपक्षी दलों से धक्का मुक्की करने के लिये बाहरी लोगों को लाया गया था । गोयल ने कहा कि मार्शल न तो सत्ता पक्ष से होते हैं और न ही विपक्ष से तथा वास्तव में इन विपक्षी सदस्यों ने महिला मार्शल से धक्का मुक्की की ।

राज्य सभा में सदन के नेता गोयल ने कहा कि केंद्रीय मंत्रियों ने राज्यसभा के सभापति एवं उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू से मुलाकात की। उनमें संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी, राज्यसभा के नेता पीयूष गोयल और उप नेता मुख्तार अब्बास नकवी भी शामिल थे।

उन्होंने कहा कि विपक्षी सांसदों के अमर्यादित आचरण एवं मर्शलों के साथ धक्का-मुक्की करने को लेकर उनके (विपक्षी दलों के सांसदों के) खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। केंद्रीय मंत्रियों ने कहा कि विपक्षी नेता इस सब के बावजूद माफी मांगने की बजाए कह रहे हैं कि वे बार बार ऐसा करेंगे।