उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में गोरखनाथ मंदिर में पुलिसकर्मियों पर हमला करने वाले मुर्तजा से पूछताछ में कई अहम खुलासे हो रहें हैं। मुर्तजा जाकिर नाईक से भी काफी प्रभावित था और उसके वीडियो को ध्यान से देखता था। वहीं मुर्तजा के पिता का कहना है कि उसकी मानसिक हालत ठीक नहीं है और उसे लगा कि पुलिस उसके पीछे पड़ी है, इसलिए उसने इस कृत्य को अंजाम दिया। इसी मुद्दे को लेकर समाचार चैनल आज तक पर डिबेट चल रही थी।

बहस के दौरान कांग्रेस प्रवक्ता सुरेन्द्र राजपूत ने कहा कि, “बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि twin-tower जय श्री राम का नारा लगाकर नहीं उड़ायें गये। क्या ये चाहते थे कि वो जय श्री राम का नारा लगाकर उड़ायें जाते। सच बात ये है कि कट्टरता चाहे किसी भी धर्म का हो वो बिल्कुल ख़राब है। एक बात जब भारतीय जनता पार्टी के लोग दूसरी तरफ उठाते हैं और AIMIM वाले उत्तर जरुर देते हैं कि तुम मुझे पन्त कहो और मैं तुम्हे निराला, एक दूसरे की कट्टरपंथी जमातें, ये दोनों जमातें एक दूसरे की पीठ से जुड़ीं हुईं हैं।”

कांग्रेस प्रवक्ता के जवाब पर ऐंकर ने पुछा कि सुरेन्द्र जी राजस्थान के करौली में क्या हो रहा है? वहीं बीजेपी के प्रवक्ता ने कहा कि अशोक गहलोत जी कह रहें थे कि प्रधानमंत्री जी को माफ़ी मंगनी चाहिए। अगर सोनिया चालीसा पढ़ने के अलावा संविधान पढ़ लिया होता तो जान जातें कि कानून व्यवस्था राज्य सरकार की जिम्मेदारी होती है।

गोरखनाथ मंदिर पर हुए हमले को लेकर जांच एजेंसियां हर एंगल से जांच कर रहीं हैं और सरकार ने स्पष्ट किया है कि आतंकी साजिश से इनकार नहीं कर सकते। यूपी ATS मुंबई भी गई हुई है, जहां डी कंपनी से कनेक्शन की भी जांच होगी और मुर्तजा के प्रोफेसर से भी पूछताछ की जाएगी। जांच टीम ने कल मुर्तजा की पहली पत्नी से भी पूछताछ की थी।

आरोपी मुर्तजा को आगे की जांच के लिए लखनऊ में एटीएस मुख्यालय लाया गया है। उसके लैपटॉप और मोबाइल को फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी भेजा जाएगा। आतंकवाद निरोधी दस्ता (ATS) मामले की जांच कर रहा है।