Rahul Gandhi in Lok Sabha: संसद के सत्र में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बीते दिन कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बतौर नेता प्रतिपक्ष अपना पहला भाषण दिया। राहुल गांधी के लोकसभा में बोलने पर खूब हंगामा हो गया और 90 मिनट से ज्यादा की स्पीच में कई पंचलाइन भी मारी थी, लेकिन उनको लेकर मचे बवाल के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से लेकर संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने स्पीकर से शिकायत की, जिसके बाद स्पीकर ओम बिरला ने बड़ा एक्शन लेते हुए राहुल गांधी के भाषण के कई हिस्सों को कार्रवाई से हटा दिया है।

दरअसल, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बीजेपी और केंद्र सरकार पर कड़ा हमला बोला है। उन्होंने बीजेपी नेताओं पर लोगों को सांप्रदायिक आधार पर बांटने का आरोप लगाया है। राहुल गांधी के इस हमले का सत्ता पक्ष की ओर से भारी विरोध किया गया। खुद राहुल गांधी के भाषण के बीच में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी सीट से उठना पड़ा है। उन्होंने राहुल गांधी पर पूरे हिंदू समुदाय को हिंसक कहने के लिए पलटवार किया और माफी की मांग की।

पीएम मोदी समेत कैबिनेट मंत्रियों ने जताई आपत्ति

ध्यान देने वाली बात यह है कि पीएम मोदी ने दो बार राहुल गांधी की स्पीच पर दखल दी, इसके अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से लेकर गृहमंत्री अमित शाह, कृषि मंत्री समेत कई मंत्रियों ने राहुल के बीच में आपत्ति जाहिर की। गृह मंत्री अमित शाह ने राहुल गांधी से हिंदुओं पर किए गए कमेंट के लिए माफी मांगने को कहा।

बता दें कि राहुल की स्पीच संसद में 90 मिनट से ज्यादा की थी, लेकिन उनकी स्पीच के एक बड़े हिस्से को संसद की कार्यवाही से हटा दिया गया है। यह एक्शन खास इसलिए भी है क्योंकि यह नेता विपक्ष के तौर पर उनका पहला भाषण था।

  1. हिंदुओं और हिंसा को लेकर दिया गया बयान हटाया गया है।
  2. जब मैं पीएम मोदी की ओर देखता हूं तो वो नहीं मुस्कुराते हैं, वाला राहुल बयान भी लोकसभा की कार्यवाही से हटाया गया।
  3. अंबानी और अडानी को लेकर दिया गया राहुल गांधी का बयान भी काटा गया है।
  4. बीजेपी 24 घंटे नफरत और हिंसा फैलाती है। यह बयान भी हटाया गया।
  5. राहुल गांधी का अग्निवीर को लेकर दिया गया बयान जिसमें उन्होंने कहा था कि अग्निवीर सेना की नहीं, बल्कि पीएमओ की योजना है।
  6. अल्पसंख्यकों के साथ BJP द्वारा अनुचित व्यवहार किए जाने संबंधी राहुल गांधी के भाषण को हटा दिया गया।
  7. राहुल गांधी की टिप्पणी जिसमें कहा गया था कि कोटा में पूरी परीक्षा सेंट्रलाइज्ड है और अमीरों को फायदा पहुंचाने के लिए है, हटा दी गई।

राहुल गांधी ने लगाए थे गंभीर आरोप

बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बीजेपी पर हिंसा फैलाने के आरोप लगाए हैं। राहुल गांधी ने दावा किया कि ये लोग हिंदू नहीं हैं, जिस पर सत्ता पक्ष की तरफ से खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत केंद्रीय मंत्रियों ने विरोध दर्ज कराया। राहुल गांधी ने बीजेपी पर युवाओं, छात्रों, किसानों मजदूरों, दलितों, महिलाओं और अल्पसंख्यकों में डर पैदा करने का आरोप लगाया था।

राहुल गांधी के भाषण के दौरान संसद में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू, पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव, कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान भी खड़े होकर विरोध करने लगे थे, और उनके आरोपों बेबुनियाद बताया था।