अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए चंदा जुटाने का अभियान शुक्रवार से शुरू हो गया। सबसे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इस मंदिर के लिए सहयोग दिया है। बताया गया है कि उन्होंने मंदिर निर्माण के लिए पांच लाख एक सौ रुपए दान किए हैं। बताया गया है कि चंदा जुटाने के साथ ही दानकर्ताओं को 1000, 100 रुपए और 10 रुपए के कूपन दिए जाएंगे, ताकि गरीब से गरीब भी मंदिर निर्माण में अपना योगदान दे सकें।
बताया गया है कि राम मंदिर के लिए केंद्र सरकार ने एक रुपया दान किया है। जबकि शिवसेना ने 1 करोड़ रुपए दान किए हैं। इसके अलावा यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने 11 लाख रुपए दिए हैं। सबसे ज्यादा 11 करोड़ रुपए का दान मोरारी बापू की ओर से आया है। इसके अलावा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राम मंदिर निर्माण के लिए 1 लाख रुपए का चेक सौंपा है।
साढ़े तीन साल में पूरा होगा मंदिर निर्माण: अयोध्या में राम मंदिर की बुनियाद पर काम इस महीने शुरू होगा और मंदिर परिसर का निर्माण करीब साढ़े तीन वर्षों में पूरा होने की उम्मीद है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के खजांची स्वामी गोविंद देव गिरि जी महाराज के मुताबिक, ‘‘बुनियाद किस तरह से बने, उस पर हाल में निर्णय किया गया है। खुदाई शुरू हो गई है लेकिन वास्तविक बुनियाद निर्माण अभी शुरू नहीं हुआ है। यह इसी महीने शुरू होगा।’’
1100 करोड़ रुपए से अधिक हो सकता है निर्माण में खर्च: जब उनसे पूछा गया था कि क्या औपचारिक रूप से मंदिर का निर्माण शुरू हो गया है और अगर नहीं तो यह कब शुरू होगा। परियोजना की पूरी लागत के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि उनका ‘‘अनुमान’’ है कि परिसर के अंदर मुख्य मंदिर के निर्माण में 300 से 400 करोड़ रुपये की लागत आनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पूरी लागत 1100 करोड़ रुपये से अधिक हो सकती है जिसमें मुख्य मंदिर पर 300 से 400 करोड़ रुपये और परिसर के अंदर 67 एकड़ के विकास का खर्च भी शामिल है।