Shivsena विधायक प्रताप सरनाइक ने सोमवार को मांग की कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन समारोह में पार्टी अध्यक्ष और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया जाए। सरइनाइक ठाणे में ओवला-माजीवाड़ा निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने इस संबंध में श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र के मुख्य ट्रस्टी को एक पत्र लिखा है।

खत में उन्होंने कहा है कि कोरोना वायरस महामारी के कारण अयोध्या में समारोह में कुछ लोगों को ही आमंत्रित किया जाएगा। समझा जाता है कि उन संगठनों और राजनीतिक दलों को समारोह के लिए आमंत्रित किया जा सकता है जिन्होंने प्रत्यक्ष रूप से या परोक्ष रूप से (मंदिर निर्माण के लिए) प्रयास किए हैं। उनके पत्र की प्रति मीडिया को उपलब्ध करायी गयी है।

उन्होंने कहा कि शिवसेना संस्थापक दिवंगत बाल ठाकरे मंदिर निर्माण आंदोलन में आगे आगे थे। विधायक ने कहा कि उद्धव ठाकरे बार-बार राम मंदिर निर्माण की मांग करते रहे हैं, जब किसी अन्य नेता ने इस मुद्दे को नहीं उठाया था। उन्होंने दावा किया कि शिवसेना ने ही मंदिर निर्माण की नींव रखी थी।

‘शिवसेना ने राम मंदिर निर्माण के रास्ते के रोड़े हटाए’: शिवसेना सांसद संजय राउत ने सोमवार को दावा किया कि उनकी पार्टी ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया और रास्ते की मुख्य रुकावटों को “राजनीति के लिए नहीं” बल्कि आस्था और हिंदुत्व के लिए दूर किया। उन्होंने कहा कि यह देखना होगा कि अगले महीने मंदिर निर्माण के लिए आधारशिला रखने के समारोह के लिए कितने लोगों को आमंत्रित किया जाएगा और कोविड-19 प्रकोप को देखते हुये सामाजिक दूरी संबंधी क्या कदम उठाए जाएंगे।

राउत ने कहा, “यह भी देखना होगा कि वे क्या ‘राजनीतिक सामाजिक दूरी’ अपनाएंगे।” राउत ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एवं शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे हमेशा अयोध्या जाते हैं और पार्टी तथा उत्तर प्रदेश की नगरी के बीच संबंध “अटूट’’ हैं। राउत ने ये टिप्पणियां उस वक्त कीं, जब उनसे पूछा गया कि क्या ठाकरे पांच अगस्त को अयोध्या का दौरा करेंगे, जब भव्य राम मंदिर के निर्माण के आरंभ के लिए भूमि पूजन समारोह के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी वहां जाने की संभावना है।