न्यूज 18 इंडिया पर डिबेट के दौरान टीएमसी प्रवक्ता तौसीफ खान ने कहा कि केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों को वैक्सीन को लेकर कोई विकल्प नहीं दिया। राज्य सरकार से केंद्र सरकार ने कोई सलाह मशविरा क्यों नहीं किया? राज्य सरकार से कहा जाता है कि दोनों वैक्सीन में से कोई एक अपने लिए चुन लीजिए। इस पर एंकर ने पैनलिस्ट संगीत रागी से पूछा कि वैक्सीन को लेकर विकल्प क्यों नहीं दिए गए? संगीत रागी ने जवाब देते हुए कहा कि आने वाले वक्त में और भी वैक्सीन आएंगी। ममता बनर्जी इतनी पढ़ी-लिखी नहीं हैं कि साइंटिस्ट कम्युनिटी उनसे सलाह लेगी की कौन सी वैक्सीन इस्तेमाल करनी हैं कौन सी इस्तेमाल नहीं करनी हैं? रागी ने कहा कि यह हलाल टीका नहीं है और हलाल टीका खोजने वाले टीके का निर्माण भी नहीं कर पाते हैं। इस पर टीएमसी प्रवक्ता ने कहा कि संगीत रागी जी का खाना हजम नहीं होगा अगर वे ऐसी बातें नहीं करेंगे। रागी ने कहा कि दुनिया के 53 देश हलाल वाले हैं लेकिन एक टीका पैदा नहीं कर सके। इस पर एंकर ने कहा कि टीके पर हिंदू मुसलमान नहीं करना चाहिए न ही इसमें सुअर की बात करनी चाहिए।
टीएमसी प्रवक्ता तौसीफ खान ने कहा कि केंद्र सरकार हर फैसले क्यों लेती है राज्य सरकारों से सलाह मशविरा करना चाहिए देश में फेडरल स्ट्रक्चर है। मालूम हो कि वैक्सीन को लेकर बीजेपी और टीएमसी के बीच जुबानी जंग जारी है।बीजेपी नेतृत्व ने रविवार को तृणमूल कांग्रेस को वैक्सीन चोर कह दिया। इससे पहले ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया था कि केंद्र ने बंगाल में कम वैक्सीन भेजी हैं। बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने ममता बनर्जी पर आरोप लगाया कि तरह-तरह के घोटाले करने के बाद अब पश्चिम बंगाल सरकार वैक्सीन घोटाला कर रही है।
विजयवर्गीय ने कहा कि भ्रष्टाचार और कट मनी तृणमूल कांग्रेस के पर्याय बन चुके हैं। एक और जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं टीएमसी के विधायक वैक्सीन ले रहे हैं जो कि उनके लिए है ही नहीं।
इस पर टीएमसी ने पलटवार करते हुए कहा है कि बीजेपी राज्य सरकार के मामले में दखल देने की कोशिश कर रही है। वहीं केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने भी तृणमूल कांग्रेस के सभी नेताओं को स्वार्थी कहा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार जहां देश के लोगों को माहमारी से निकालने की कोशिश कर रही है। वहीं टीएमसी के कुछ स्वार्थी नेता साबित कर रहे हैं कि राज्य सरकार बंगाल चलाने के काबिल नहीं है।