पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर राजनीतिक गलियारे में तूफान मचा हुआ है। भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस पर साजिश का आरोप लगा रही है। वहीं कांग्रेसी नेता इसे राजनीतिक लाभ लेने के लिए ‘घटिया नौटंकी’ बता रहे हैं। बता दें कि इसको लेकर सोशल मीडिया पर भी दोनों पार्टियों के बीच जंग देखी जा रही है। पीएम मोदी का पंजाब दौरा रद्द होने पर कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से तंज कसा गया।

कांग्रेस ने लिखा, “विरोध में हैं किसान, इसलिए घबराए हैं प्रधान।” इस ट्वीट के जवाब में पलटवार करते हुए भाजपा किसान मोर्चा ने लिखा, “तापमान कितना भी गिर जाए लेकिन, कांग्रेस जितना नहीं गिर सकता।” बता दें कि पीएम मोदी की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर भाजपा का आरोप है कि यह साजिश के तहत किया गया है।

कांग्रेसी नेताओं ने ही उठाये सवाल : गृह मंत्रालय की तरफ से कहा गया कि पंजाब पुलिस ने एसपीजी की ब्लू बुक के निर्देशों का पालन नहीं किया। इसके अलावा बिहार के सीएम नीतीश कुमार, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक औ बसपा प्रमुख मायावती के साथ-साथ पंजाब कांग्रेस के सुनील जाखड़ और मनीष तिवारी चरणजीत सिंह चन्नी की सरकार पर सवाल खड़े कर चुके हैं।

काफिला रोके जाने पर पंजाब कांग्रेस नेता जाखड़ ने एक ट्वीट में कहा कि जो हुआ वह स्वीकार्य नहीं है। यह पंजाब के खिलाफ है। फिरोजपुर में भाजपा की राजनीतिक रैली को संबोधित करने के लिए भारत के प्रधान मंत्री के लिए एक सुरक्षित मार्ग सुनिश्चित किया जाना चाहिए था।”

मनीष तिवारी क्या बोले: मनीष तिवारी ने इस मामले में कहा, “पीएम की सुरक्षा का मामला बेहद संवेदनशील है और इसे राजनीतिक फुटबॉल में नहीं बदलना चाहिए। सच का पता लगाने के लिए हाईकोर्ट के मौजूदा न्यायाधीश से इसकी जांच की जानी चाहिए।”

पीएम मोदी के साथ क्या हुआ था: बता दें कि 5 जनवरी को पंजाब के फिरोजपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक रैली को संबोधित करने के लिए सड़क मार्ग से जा रहे थे। तभी हुसैनीवाला में राष्ट्रीय शहीद स्मारक से लगभग 30 किलोमीटर दूर कुछ प्रदर्शनकारियों ने उनके काफिले को रोक लिया। जिसके चलते पीएम मोदी 15-20 मिनट फ्लाईओवर पर ही फंसे रहे। बाद उन्हें दिल्ली वापस लौटना पड़ा। इस मामले भाजपा और कांग्रेस आमने सामने है।