कोरोना की दूसरी लहर में दिल्ली को एक बड़ी राहत मिली है। संक्रमण की वजह से मरने वालों का आंकड़ा फिर से 10 से नीचे आया है। इससे पूर्व 17 जून को यह आंकड़ा गिरकर 10 तक आया था। 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 135 नए मामले सामने आए हैं और सात लोगों की मौत इस बीमारी से हुई है। वहीं कई बाजारों में राहत का पहला साप्ताहांत होने की वजह से भीड़ भी नजर आई है।
दिल्ली में शनिवार को सक्रिय मरीजों की संख्या गिरकर 2372 तक आ गई है और 668 मरीजों ऐसे भी है जिनका इलाज घर में एकांतवास में किया जा रहा है। 24 घंटे के अंदर 75687 संक्रमण की जांच की गई है और 201 मरीज ठीक होकर वापस अपने घर गए हैं। मामलों में कमी आने की वजह से सील क्षेत्रों की संख्या भी अब 5261 रह गई है। इस समय अस्पताल में 1479, कोविड केयर सेंटर में 80 और कोविड हेल्थ सेंटर में 10 मरीजों का इलाज किया जा रहा है। इस दौरान 53942 आरटीपीसीआर व 21745 एंटीजन जांच की गई है। अब तक इस बीमारी से 1432168 मरीज संक्रमित हुए हैं और यह बीमारी कुल 24907 मरीजों की जान ले चुकी है। अब तक की संक्रमण दर 6.92 व मृत्युदर 1.74 फीसद दर्ज की गई है।
मिले और टीके, युवाओं को लग सकेंगे : आम आदमी पार्टी नेता आतिशी ने कहा कि 45 वर्ष से अधिक उम्र की श्रेणी के लिए 8.50 लाख खुराक उपलब्ध हैं। कोवैक्सीन का छह दिन और कोविशील्ड का 58 दिनों का भंडार उपलब्ध है। दिल्ली को 18 से 44 वर्ष की श्रेणी के लिए शुक्रवार को कोविशील्ड की 1.67 लाख टीके मिले हैं। उन्होंने बताया कि अब युवाओं के लिए 2.95 लाख टीके उपलब्ध हैं। युवाओं के लिए कोवैक्सीन का 2 दिन और कोविशील्ड का 14 दिन का भंडार उपलब्ध है। उन्होंने युवाओं से अपील कि कोविन ऐप के जरिए स्लॉट बुक कर टीका करवाएं। उन्होंने कहा कि दिल्ली में 18 जून को 77,345 लोगों को टीका लगा है। अब तक 64,26,302 लोगों को टीका लग चुका है।
पुलिस बनेगी आपदा में मददगार : शनिवार पुलिस आयुक्त एसएन श्रीवास्तव ने सभी जिला पुलिस अधिकारियों को मुख्यालय से लेकर थाना स्तर पर आम जनता की मदद के लिए आगे आने को कहा है। लोगों की खान-पान में मदद, आपात सेवाओं को वक्त पर पहुंचाना जैसी व्यवस्थाएं शामिल हैं।
बाजारों में भीड़
राहत के बाद अब दिल्ली के बाजारों में भीड़ नजर आ रही है। पुरानी दिल्ली के चांदनी चौक इलाके में देर शाम ऐसे ही हालात देखने को मिले। यह बढ़ती हुई भीड़ सीधे तौर पर कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर को दस्तक दे रही है। इसके अतिरिक्त शाहदरा, राम नगर, बाबरपुर और पूर्वी दिल्ली के बाजारों में भी ऐसी ही भीड़ देखने को मिल रही है। इलाकों में रेहड़ी पटरी वाले और ई-रिक्शा चालक एक साथ कई सवारियों को ले जा रहे हैं। हालत यह है कि बाजारों में दो गज की दूरी व मास्क तक के नियम का पालन नहीं हो रहा है।