Ayodhya Milkipur By Election Result 2025:दिल्ली विधानसभा चुनाव के साथ ही मिल्कीपुर उपचुनाव में भी बीजेपी ने बड़ी जीत दर्ज की है। मिल्कीपुर में बीजेपी प्रत्याशी चंद्रभानु पासवान ने सपा प्रत्याशी अजीत प्रसाद को 61,710 हजार वोटों से हराया। बीजेपी ने मिल्कीपुर में जीत दर्ज करके लोकसभा चुनाव में उसे फैजाबाद (अयोध्या) सीट पर मिली हार का बदला ले लिया है। दिल्ली में भी बीजेपी ने 27 साल का वनवास खत्म करते हुए जोरदार जीत हासिल की है। चंद्रभानु पासवान को 1,46,397 जबकि अजीत प्रसाद को 84,687 वोट मिले।
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सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा है कि ये झूठी जीत है, जिसका जश्न भाजपाई कभी भी आईने में अपनी आंखों-में-आंखें डालकर नहीं मना पाएंगे। उनका अपराधबोध और भविष्य में हार का डर उनकी नींद उड़ा देगा। लोकसभा चुनावों में अयोध्या में हुई पीडीए की सच्ची जीत, उनके मिल्कीपुर के विधानसभा की झूठी जीत पर कई गुना भारी है और हमेशा रहेगी।
मिल्कीपुर सीट पर 5 फरवरी को वोटिंग हुई थी। मिल्कीपुर सीट पर बीजेपी और समाजवादी पार्टी के कई बड़े नेताओं ने प्रचार किया था। बीजेपी के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी सहित कई बड़े नेताओं ने प्रचार किया। जबकि सपा के लिए अखिलेश यादव, उनकी पत्नी और सांसद डिंपल यादव सहित कई नेताओं ने ताकत लगाई।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आरोप लगाया था कि मिल्कीपुर में वोटिंग के दौरान बड़े पैमाने पर गड़बड़ियां हुई। उन्होंने ‘चुनाव आयोग मर गया है’ जैसा सनसनीखेज बयान भी दिया था।
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फैजाबाद में हारी थी बीजेपी
मिल्कीपुर विधानसभा सीट के नतीजों की अहमियत इसलिए भी है क्योंकि यह फैजाबाद (अयोध्या) लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है। लोकसभा चुनाव में जब बीजेपी को फैजाबाद सीट पर हार मिली थी तो इसे लेकर पूरे देश में चर्चा हुई थी। राम मंदिर निर्माण के बाद इस सीट पर बीजेपी की हार को पार्टी के कार्यकर्ता और समर्थक पचा नहीं पाए थे। लोकसभा चुनाव में इस सीट से सपा के उम्मीदवार अवधेश प्रसाद ने जीत दर्ज की थी। सपा उम्मीदवार अजीत प्रसाद अवधेश प्रसाद के बेटे हैं लेकिन अब बीजेपी ने लोकसभा चुनाव में मिली हार का बदला ले लिया है।
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मिल्कीपुर सीट में आते हैं ये प्रमुख इलाके
इस सीट में तीन ब्लॉक- अमानीगंज, हेरिंग्टनगंज और मिल्कीपुर आते हैं। हेरिंग्टनगंज में यादव मतदाता ज्यादा हैं, जबकि मिल्कीपुर ब्लॉक में सभी समुदायों की मिश्रित आबादी है। पासी समुदाय की आबादी सभी तीन ब्लॉक में है। इस सीट के प्रमुख इलाकों में जालिम का पुरवा, हरपाल का पुरवा, पंडियन का पुरवा, सैथरी, बिशुनपुर और धमथुआ जैसे कई गांव भी हैं।
मिल्कीपुर उपचुनाव में बीजेपी ने बड़ी जीत दर्ज की है। मिल्कीपुर में बीजेपी प्रत्याशी चंद्रभानु पासवान ने सपा प्रत्याशी अजीत प्रसाद को 61,710 हजार वोटों से हराया। बीजेपी ने मिल्कीपुर में जीत दर्ज करके लोकसभा चुनाव में उसे फैजाबाद (अयोध्या) सीट पर मिली हार का बदला ले लिया है।
पीडीए की बढ़ती शक्ति का सामना बीजेपी वोट के बल पर नहीं कर सकती है, इसीलिए वह चुनावी तंत्र का दुरुपयोग करके जीतने की कोशिश करती है। अखिलेश ने कहा कि ये झूठी जीत है, जिसका जश्न भाजपाई कभी भी आईने में अपनी आंखों-में-आंखें डालकर नहीं मना पाएंगे। उनका अपराधबोध और भविष्य में हार का डर उनकी नींद उड़ा देगा। लोकसभा चुनावों में अयोध्या में हुई पीडीए की सच्ची जीत, उनके मिल्कीपुर के विधानसभा की झूठी जीत पर कई गुना भारी है और हमेशा रहेगी।
मिल्कीपुर सीट पर 30 में से 29 राउंड की गिनती पूरी हो चुकी है। इसमें बीजेपी के उम्मीदवार चंद्रभानु पासवान 60 हजार वोटों से आगे चल रहे हैं। सपा को यहां करारी हार का मुंह देखना पड़ेगा।
मिल्कीपुर में लगभग तय जीत के बाद बीजेपी कार्यालय में जश्न का माहौल है। ढोल-नगाड़ों की थाप पर बीजेपी के कार्यकर्ता खूब झूम रहे हैं और एक-दूसरे पर अबीर-गुलाल उड़ा रहे हैं। दूसरी ओर, सपा के दफ्तर में निराशा का माहौल है।
अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। बीजेपी यहां 50,000 वोटों से आगे चल रही है और सपा प्रत्याशी अजीत प्रसाद अपने ही बूथ पर हार गए हैं।
मिल्कीपुर उपचुनाव के नतीजों पर बीजेपी सांसद दिनेश शर्मा ने कहा, "मिल्कीपुर के चुनाव नतीजे लोकसभा चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी के अहंकार के टूटने का प्रतीक हैं। समाजवादी पार्टी को लोकतांत्रिक तरीके से हार को प्यार से स्वीकार करना चाहिए।"
मिल्कीपुर से बीजेपी प्रत्याशी चंद्रभानु पासवान ने कहा- ‘पार्टी को समर्थन देने के लिए मैं मिल्कीपुर की जनता का आभार व्यक्त करता हूं।" मतगणना के बीच पासवान अयोध्या में एक मंदिर में पूजा-अर्चना करने पहुंचे।
मिल्कीपुर सीट पर नौ राउंड की वोटिंग के बाद बीजेपी के चंद्रभानु पासवान को 47,216 वोट मिले हैं। सपा के अजीत प्रसाद को 21,763 वोट मिले हैं। आजाद समाज पार्टी को 1545 और अन्य को 2082 वोट मिले हैं। इस तरह बीजेपी उम्मीदवार 25,453 वोटों से आगे हैं।
मिल्कीपुर सीट पर सात राउंड की वोटिंग के बाद बीजेपी के चंद्रभानु पासवान 18,754 वोटों से आगे चल रहे हैं। चंद्रभानु पासवान को 36,291, सपा के अजीत प्रसाद को 17,537 वोट मिले हैं।
मिल्कीपुर सीट पर बीजेपी के चंद्रभानु पासवान 14,265 वोटों से आगे चल रहे हैं। सपा को यहां करारा झटका लगा है।
मिल्कीपुर उपचुनाव के नतीजों को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री दानिश आज़ाद अंसारी ने कहा, “बीजेपी समाज कल्याण के लिए काम करने वाली पार्टी है। इसका उद्देश्य समाज को प्रगति के पथ पर ले जाना है। लोगों को योगी जी के सुशासन पर भरोसा है।”
मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव परिणाम पर समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद ने कहा कि बीजेपी ने बेईमानी में गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज करा लिया है। बीजेपी यह चुनाव हारेगी और सपा प्रत्याशी अजीत प्रसाद जीतकर इतिहास रचेंगे।
जल शक्ति मंत्री और बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने कहा है कि दिल्ली में विधानसभा चुनाव और अयोध्या के मिल्कीपुर में हुए उपचुनाव में बीजेपी की बड़ी जीत होने जा रही है।
मिल्कीपुर सीट पर कुल 10 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं लेकिन मुख्य मुकाबला सपा के अजीत प्रसाद और बीजेपी के चंद्रभानु पासवान के बीच है। मिल्कीपुर बहुजन समाज पार्टी उपचुनाव नहीं लड़ रही है जबकि कांग्रेस इस सीट पर अपनी गठबंधन सहयोगी सपा का समर्थन कर रही है। आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) ने भी इस सीट से अपना उम्मीदवार उतारा है।
अयोध्या के एसएसपी राजकरण नैय्यर ने कहा है कि मिल्कीपुर उपचुनाव को लेकर पर्याप्त सुरक्षा बल को तैनात किया गया है। सभी जोन में वरिष्ठ अफसरों के नेतृत्व में पुलिस कर्मी तैनात हैं। बता दें कि सपा ने उपचुनाव में वोटिंग के दौरान चुनाव आयोग और पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए थे।
चुनाव नतीजों से पहले बीजेपी प्रत्याशी चंद्रभानु पासवान ने मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना की और जीत के लिए प्रार्थना की।
मिल्कीपुर सीट पर वोटिंग के लिए राजकीय इंटर कॉलेज में मतगणना स्थल बनाया गया है। यहां सभी राजनीतिक दलों के समर्थक जमा हैं। भारी पुलिस बल भी तैनात है। मतगणना के लिए 14 टेबल लगाई गई हैं। 30 राउंड में मतगणना पूरी होगी।
पहले पोस्टल बैलेट और सर्विस वोटों की गिनती होगी और इसके बाद ईवीएम के वोटों की गिनती की जाएगी। मिल्कीपुर सीट पर 5 फरवरी को हुई वोटिंग में कुल 3.70 लाख मतदाताओं में से 65.35 प्रतिशत ने वोट डाला था। 2022 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर 60.23 प्रतिशत वोटिंग हुई थी।
मिल्कीपुर सीट पर करीब 3.60 लाख मतदाता हैं। इसमें से 1.25 लाख दलित मतदाता (जिनमें से 65-70 हजार पासी समुदाय से हैं), 60-65 हजार ब्राह्मण और 50-55 हजार यादव शामिल हैं। चौरसिया, मौर्य, विश्वकर्मा और चौहान जैसे ओबीसी समुदायों में करीब 30 हजार मतदाता हैं, जबकि मुस्लिम और ठाकुर मतदाता क्रमशः 30 हजार और 18 हजार हैं।
मिल्कीपुर के उपचुनाव के बीच दलित युवती की हत्या को लेकर भी माहौल काफी गर्म हो गया था। इस मामले में बीजेपी और सपा आमने-सामने आ गए थे। इसे लेकर सांसद अवधेश प्रसाद का एक वीडियो भी काफी वायरल हुआ था जिसमें वह प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रो पड़े थे। उनका रोने का वीडियो काफी वायरल हुआ था। बसपा प्रमुख मायावती, सांसद चंद्र शेखर आजाद, कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी समेत तमाम नेताओं ने इस मुद्दे को उठाया था।
पिछले साल यूपी में 9 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में एनडीए गठबंधन को 7 सीटों पर जीत मिली, जबकि 2 सीटें समाजवादी पार्टी के खाते में गई थीं। इन 7 सीटों में से 6 पर बीजेपी ने जीत हासिल की, जबकि एक सीट उसके सहयोगी दल राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) के प्रत्याशी के हिस्से में गई थी। 2022 के विधानसभा चुनाव में अवधेश प्रसाद ने मिल्कीपुर सीट से बीजेपी के उम्मीदवार गोरखनाथ को हराया था।
मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और सपा प्रमुख अखिलेश यादव के बीच प्रतिष्ठा का सवाल बन गई है। योगी आदित्यनाथ मिल्कीपुर में जीत दर्ज कर फैजाबाद सीट पर मिली हार का बदला लेना चाहते हैं। जबकि अखिलेश इस सीट पर सपा का कब्जा बरकरार रखना चाहते हैं।
मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर थोड़ी ही देर में काउंटिंग शुरू हो जाएगी। इस सीट पर बीजेपी के उम्मीदवार चंद्रभानु पासवान और सपा के उम्मीदवार अजीत प्रसाद के बीच कड़ा मुकाबला है। इस सीट पर 5 फरवरी को वोटिंग हुई थी।