पेगासस मामले पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने फेसबुक के सीईओ पर तंज कसते हुए कहा कि मार्क जकरबर्ग, क्या आप अपने मित्र नरेंद्र मोदी से अपने खिलाफ NSO केस में मांगेंगे मदद? कांग्रेस सांसद ने ये भी कहा कि पेगासस पर संसद में चर्चा को क्यों खौफजदा हैं मोदी-शाह? जबकि इजरायल की सरकार ने सारे मामले की जांच भी शुरू करा दी है?

अपने ट्वीट्स में कांग्रेस नेता ने मोदी-शाह पर जोरदार हमला बोला। दिग्विजय सिंह ने ट्विटर पर लिखा कि उम्मीद करता हूं कि वो रिपोर्ट छापने वाले मोदी शाह के दबाव में नहीं आएंगे। उनका कहना है कि 2019 में भी उनकी तरफ से राज्यसभा में ये मसला उठाया गया था। लेकिन तब के आईटी मंत्री ने जवाब न देने में बेहतरी समझी। अब फिर से उच्च सदन में नोटिस दिया गया है। उन्हें उम्मीद है कि राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मसले पर चर्चा के लिए मोदी-शाह तैयार होंगे।

तोगड़िया ने साधा पुलवामा हमले पर निशाना

एक अन्य ट्वीट में कांग्रेस नेता ने पेगासस की लिस्ट में विश्व हिंदू परिषद के नेता प्रवीण तोगड़िया का नाम आने पर उनका समर्थन किया है। तोगड़िया ने कहा था कि अगर हम जैसे देशभक्तों के अलावा देश में बैठे पाकिस्तान के एजेंटों के फोन टैप किए होते तो देश में पुलवामा जैसी घटना नहीं होती। दिग्विजय ने तोगड़िया के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि पुलवामा पूरी तरह से हमारी इंटेलिजेंस की असफलता है।

पेगासस लिस्ट में नाम आने के बाद तोगड़िया ने तंजात्मक लहजे में कहा था कि कुछ लोग सत्ता से नहीं थे तो हम उनको प्रिय हुआ करते थे। अब जब वह सत्ता में हैं तो उन्हें हमारा चेहरा पसंद नहीं है लेकिन छुपछुप कर हमारी आवाज सुन रहे हैं। उन्होंने कहा कि मेरे जैसे हजारों देशभक्त की जासूसी करने के बजाय पाकिस्तानी एजेंटों की निगरानी करते तो देश में पुलवामा नहीं होता।

उधर, ट्विटर पर लोगों का गुस्सा सरकार पर दिखा। एक यूजर ने लिखा-” चाइना से सेना लड़ेगी, पाकिस्तान से गोदी मीडिया लड़ेगी, करोना से जनता लड़ेगी और भाजपा सिर्फ और सिर्फ जासूसी से चुनाव लड़ेगी जीतेगी “। एक ने लिखा-मुंह में राम, दिल में नाथूराम भाषण में गंगा, झोपड़ी मे दंगा बताओ कौन?

अनूप कुमार ने लिखा- मोदी शाह को चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए। अपने देश में हुए पुलबामा हमले में क्यों जासूसी नही करवाए। दीपक यादव ने लिखा-“घर-घर नाली” “घर-घर गैस” ,”जिसकी लाठी उसकी भैंस,” “बनेगा पकौड़ा, बनेगी चाय” “स्कूल कॉलेज भाड़ में जाए” “आम आदमी से मन की बात” “उद्योगपति से धन की बात” “वाह रे शासन तेरा खेल” “न्याय मांगे तो हो ग‌ई जेल”।

उधर, बीएसपी भी पेगासस मामले पर सरकार पर हमलावर है लेकिन वो कांग्रेस टीएमसी से अलग होकर अपनी आवाज बुलंद कर रही है। बीएसपी सांसद रितेश पांडेय का कहना है कि जासूसी पूरी तरह से ना काबिले बर्दाश्त है पर उनका ये भी कहना था कि ये काम तो पहले की सरकारों ने भी कराया था।