Bengal Politics: कांग्रेस ने आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारियां तेज कर दी हैं। इस सप्ताह की शुरुआत में घोषित चुनाव वाले राज्यों के लिए कांग्रेस के पर्यवेक्षकों की सूची में एक नया नाम सामने आया। जिसके बाद कई तरह के कयास लगाए जाने लगे। वो नाम पूर्व केंद्रीय मंत्री दीपा दासमुंशी का है, जो ममता बनर्जी की जानी-मानी आलोचक और धुरविरोधी हैं। कांग्रेस ने दीपा दासमुंशी को तेलंगाना राज्य का वरिष्ठ पर्यवेक्षक नियुक्त है।

सूत्रों के मुताबिक, दासमुंशी की नियुक्ति इस बात का संकेत है कि उन्हें पश्चिम बंगाल में चुनावी राजनीति में फिर से एंट्री के लिए कहा जा सकता है। कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि अगर INDIA गठबंधन लोकसभा चुनाव लड़ता है, तो दासमुंशी को उत्तरी बंगाल के किसी संसदीय क्षेत्र से टिकट मिल सकता है, जहां पिछली बार भाजपा ने भारी बढ़त हासिल की थी।

2017 में हो गई थी पति की मौत

दासमुंशी उत्तर दिनाजपुर जिले के गोलपोखर से पूर्व कांग्रेस विधायक (2006 से 2009 तक) रही हैं। उनके पति कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रिय रंजन दासमुंशी थे, जिनकी 2017 में मृत्यु हो गई। 12 अक्टूबर, 2008 को भारी स्ट्रोक और पक्षाघात से पीड़ित होने के बाद दासमुंशी ने अपने पति से यह पद संभाला। 2009 के लोकसभा चुनावों में दासमुंशी ने प्रिय रंजन दासमुंशी की जगह लेते हुए उत्तर दिनाजपुर की रायगंज संसदीय सीट जीती।

अगस्त 2009 में दीपा दासमुंशी कार्मिक, लोक शिकायत, कानून और न्याय पर संसदीय समिति की सदस्य बनीं। अक्टूबर 2012 में दासमुंशी को केंद्रीय शहरी विकास राज्य मंत्री बनाया गया।

इसके बाद 2014 में रायगंज सीट पर सीपीआई (एम) के मोहम्मद सलीम से 1,634 वोटों के मामूली अंतर से हार गईं। कांटे की टक्कर वाले चुनाव में सलीम का वोट शेयर 29% रहा जबकि दीपा को 28.5% वोट मिले। 2016 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों में पार्टी ने कोलकाता के भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र से ममता बनर्जी के खिलाफ दासमुंशी को खड़ा किया, लेकिन आक्रामक चुनाव प्रचार के बावजूद वह हार गईं।

2017 में उन्हें पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस कमेटी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया। तब से उन्होंने पश्चिम बंगाल की राजनीति में एक लो प्रोफाइल स्तर पर काम किया है, लेकिन उनकी इस नई नियुक्ति के साथ इसमें बदलाव की संभावना देखी जा रही है।

दिल्ली महिला फुटबॉल एसोसिएशन की अध्यक्ष रह चुकी हैं दीपा दासमुंशी

दासमुंशी ने रवीन्द्र भारती विश्वविद्यालय से नाट्यशास्त्र में एमए की डिग्री हासिल की है। उनको गोल्ड मेडल से भी सम्मानित किया गया।1984 से एक मंच कलाकार के बाद वो एक टेलीविजन कलाकार, कॉस्ट्यूम डिजाइनर और यहां तक कि टीवी धारावाहिकों और लघु फिल्मों के लिए एक कला निर्देशक के रूप में भी काम करने लगीं। वो एक बार दिल्ली महिला फुटबॉल एसोसिएशन की अध्यक्ष चुनी गई थीं।