Maharashtra Politics: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महाविकास अघाड़ी यानी MVA ने महायुति को पटखनी देने के लिए पूरी ताकत झोंक दी थी। वहीं जब नतीजे आए महायुति की एक प्रचंड जीत हुई और महायुति के तीनों में से किसी घटक दल को 20 से ज्यादा सीटें तक न मिली। इस करारी हार के बाद अब एमवीए में काफी टकराव देखने को मिल रहा है। ऐसे में शिवसेना यूबीटी ने कुछ महीनों में होने वाले BMC चुनाव अकेले लड़ने के संकेत दिए हैं।
महाविकास अघाड़ी गठबंधन के नेताओं ने जो बयान दिए हैं, उसके बाद से सवाल ये उठ रहा है कि क्या एमवीए गठबंधन टूट सकता है। हाल ही में BMC चुनाव को लेकर बड़ा बयान दिया और कहा कि ये चुनाव अकेले ही लड़ा जाना चाहिए। हालांकि राउत ने ये भी कहा कि अभी पार्टी ने इस चुनाव को लेकर कोई नीति नहीं बनाई है।
संजय राउत ने दिए अकेले चुनाव लड़ने के संकेत
शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने शुक्रवार को कहा कि महा विकास अघाड़ी के सहयोगियों ने इन चुनावों में साथ मिलकर लड़ने के बारे में अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया है। उन्होंने कहा कि अभी तक कोई भी नगर निगम या स्थानीय निकाय चुनाव गठबंधन में नहीं लड़ा गया है, तब भी जब कांग्रेस और एनसीपी और शिवसेना और बीजेपी के बीच गठबंधन था।
राउत ने कहा कि ये अलग-अलग तरह के चुनाव हैं और स्थानीय कैडर को मजबूत करने के लिए अकेले ही लड़ा जाना चाहिए और फिर उस ताकत का इस्तेमाल लोकसभा और विधानसभा चुनावों में किया जाना चाहिए। संजय राउत ने कहा कि जो लोग स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ना चाहते हैं, उन्हें निश्चित रूप से स्वतंत्र रूप से लड़ना चाहिए।
फिर साथ आ जाएंगे अजित पवार ने शरद पवार
हिंदुत्व की पिच पर लौटेगी शिवसेना UBT
बता दें कि शिवसेना (यूबीटी) आगामी नगर निकाय चुनावों के लिए प्लानिंग कर रही है और वापस अपनी कट्टर हिंदुत्व वाली पिच पर खेलने की कोशिश में हैं। मंगलवार को शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मुंबई में अपनी पार्टी के पूर्व पार्षदों की एक बैठक की और उनसे नगर निकाय चुनावों पर ध्यान केंद्रित करने और अपने क्षेत्र के हर घर में हिंदुत्व विचारधारा फैलाने को कहा।
उद्धव ठाकरे की इस अहम बैठक के दौरान कुछ पार्षदों ने यह भी मांग की कि शिवसेना (यूबीटी) को नगर निकाय चुनावों में अकेले ही उतरना चाहिए।
महाराष्ट्र में बीजेपी की बी टीम है सपा
कांग्रेस नेता ने दिया संजय राउत के बयान पर जवाब
दूसरी ओर संजय राउत के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा कि शिवसेना यूबीटी नेता ये टिप्पणी “हताशा” के कारण कर रहे हैं। वडेट्टीवार ने कहा कि वे एक स्वतंत्र पार्टी हैं और अगर सेना स्वतंत्र होना चाहती है तो यह उनकी पसंद है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि हम गठबंधन में चुनाव लड़ने को तैयार है लेकिन चूंकि राउत ने सेना यूबीटी के अकेले चुनाव लड़ने के रुख को पेश किया है, इसलिए हमें उनके रुख पर स्पष्टता की मांग करनी चाहिए।
इस बीच, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार और एनसीपी (सपा) प्रमुख शरद पवार के बीच दिल्ली में हुई मुलाकात के बाद अटकलें लगाई जा रही हैं कि सीनियर पवार अपने भतीजे से सुलह कर लेंगे।
इस पर राउत ने कहा कि अजित पवार से हाथ मिलाना बीजेपी से हाथ मिलाने जैसा होगा। उन्होंने कहा कि वह शरद पवार को अच्छी तरह जानते हैं और वह धर्मनिरपेक्ष विचारधारा से दूर नहीं जाएंगे। महाराष्ट्र से जुड़ी अन्य सभी खबरें पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें।