Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र जारी सियासी घमासान के बीच एनसीपी के बागी नेता प्रफुल्ल पटेल ने पिछले महीने पटना में हुई विपक्षी दलों की बैठक पर तंज कसा। प्रफुल्ल पटेल ने मुंबई के MET सेंटर में अजित पवार गुट की बैठक को संबोधित करते हुए विपक्षी एकता पर जमकर हमला बोला।
प्रफुल्ल पटेल ने 23 जून को पटना में हुए विपक्षी दलों की बैठक का एक वाक्या सुनाया। उन्होंने कहा, ‘मैं शरद पवार के साथ पटना में संयुक्त विपक्ष की बैठक में गया था। वहां जो स्थिति थी उसे देखकर मेरा मन हंसने का हुआ। बैठक में 17 विपक्षी दल के शीर्ष नेता शामिल थे। उन दलों में सात के पास लोकसभा में केवल एक सांसद है। एक ऐसी भी पार्टी थी, जिसके पास कोई सांसद नहीं है। यह पार्टियां दावा करती हैं कि वो देश में परिवर्तन लाएंगी।’ पटेल ने कहा कि महाराष्ट्र में एनडीए में शामिल होने का निर्णय देश और हमारी पार्टी के लिए लिया है, न कि व्यक्तिगत लाभ के लिए।
प्रफुल्ल पटेल ने विपक्षी एकता पर सवाल भी खड़े किए। उन्होंने कहा कि उनके पास 150 सीटें हासिल करने में सक्षम केंद्रीय पार्टी का अभाव है। पटेल ने कहा कि विपक्षी एकता की मीटिंग में मुझे समझ आया कि ये पार्टियों भविष्य में ठीक से साथ काम नहीं कर पाएंगी। 20 आंकड़े वाली पार्टियां मिलके सरकार बनाएंगी, तो कभी संभव नहीं होगा। कांग्रेस का नेतृत्व आज भी कई लोगों को स्वीकार नहीं है। नेतृत्व की बात होगी, तो इसमें भी आपत्ति होगी। लोगों को कैसे आप विश्वास दिलाएंगे की स्थिर सरकार दंगे।
इससे पहले बुधवार को अजित पवार गुट और शरद पवार गुट की बैठक हुई। जिसमें एनसीपी के 53 में 28 विधायक अजित पवार के साथ मंच पर दिखे। करीब 17 विधायक शरद पवार की बैठक में शामिल हुए।
बता दें, रविवार को अजित पवार के पाला बदलने और एकनाथ शिंदे-बीजेपी सरकार में उपमुख्यमंत्री के रूप में शामिल होने से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में संकट पैदा हो गया है। अजित पवार के अलावा, छगन भुजबल, दिलीप पाटिल, हसन मुश्रीफ, धनंजय मुंडो, धर्मरावबाबा अत्राम, अदिति तटकरे, संजय बंसोडे और अनिल पाटिल रविवार को एकनाथ शिंदे-देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र सरकार में मंत्री के रूप में शामिल हुए हैं।