मध्यप्रदेश में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया बुधवार को भाजपा में शामिल हो गए। सिंधिया भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में पार्टी की प्राथमिक सदस्यता ली। हालांकि, इस मुद्दे पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह मौजूद नहीं थे। पहले ऐसी खबरें आ रही थी कि सिंधिया के पार्टी में शामिल होने के दौरान अमित शाह भी मौजूद रहेंगे।
मालूम हो कि अमित शाह झारखंड में बाबू लाल मरांडी के भाजपा में शामिल होने के दौरान रांची में मौजूद थे। इस मौके सिंधिया ने कहा मैं धन्यवाद अर्पित करना चाहूंगा सबसे पहले आदरणीय नड्डा जी को, हमारे प्रधानमंत्री मोदी जी को। हमारे गृह मंत्री अमित शाह जी को कि उन्होंने मुझे अपने परिवार में आमंत्रित किया। एक स्थान दिया। मेरे जीवन में दो तारीखें बहुत महत्वपूर्ण रही हैं। व्यक्ति के जीवन में कई बार ऐसे मोड़ आते हैं, जो उसके जीवन को बदल कर रख देते हैं। मेरे जीवन में वो दो दिवस पहला दिवस 30 सितंबर 2001। जिस दिन मैंने अपने पूज्य पिता जी को खोया।
उन्होंने कहा कि एक जीवन बदलने का दिवस था वो और उसी के साथ दूसरी तारीख 10 मार्च 2020। जो उनकी 75वीं वर्षगांठ थी। जहां जीवन में एक नई परिकल्पना और नए मोड़ का सामना कर के मैंने निर्णय लिया। मैंने सदैव माना है जिंदगी में कि हमारा लक्ष्य जनसेवा होना चाहिए और राजनीति केवल उस लक्ष्य की पूर्ति करने का माध्यम होना चाहिए। मेरे पूज्य पिताजी ने और 18-19 वर्षों में जो समय मुझे मिला। उसमें पूरी श्रद्धा के साथ देश और प्रदेश की सेवा करने की कोशिश की।
कांग्रेस पार्टी से मन व्यथित हैः कांग्रेस पार्टी के द्वारा लेकिन मन व्यथित है और दुखी है, क्योंकि आज जो स्थिति उत्पन्न हुई। मैं यह कह सकता हूं विश्वास के साथ कि आज जनसेवा की पूर्ति उस माध्यम से नहीं हो पा रही। वर्तमान में जो स्थिति कांग्रेस पार्टी में है। वो कांग्रेस पार्टी आज वो नहीं रही जो पहले थी।
18 महीने में टूटा सपनाः एक तो वास्तविकता से इनकार करना, इससे इनकार कर के जो इबादत लिखी जाती है उसका समावेश न करना। जड़ता का जो वातावरण है और जो नए नेतृत्व को सही मान्यता न मिलना। मैं मानता हूं कि इस वातावरण में जो राष्ट्रीय स्तर पर स्थिति हो चुकी है, वही प्रदेश में। एक सपना हमने पिरोया था, जब 2018 में वहां हमारी सरकार बनी। लेकिन 18 महीने में वे सपने टूट गए।
ट्रांसफर उद्योग चल रहा हैः उन्होंने कहा कि ये कहा गया ता कि 10 दिन में किसानों के कर्ज माफ होंगे। वो अब तक नहीं हो पाए। आज भी हजारों किसानों के विरुद्ध केस लगे हैं। आज किसान त्रस्त हैं, युवा भी परेशान हैं। रोजगार नहीं है। वचनपत्र में कहा गया था कि हर माह एक अलाउंस दिया जाएगा, उसकी कोई बात नहीं। भ्रष्टाचार के बड़े उद्योग बन चुके हैं। आज ट्रांसफर का उद्योग चल रहा है। रेत माफिया चल रहे हैं राज्य में।
मोदी जैसा जनादेश किसी सरकार को नहीं मिलाः सिंधिया ने कहा कि जब सत्य के पथ पर कोई व्यक्ति चलता है तब मैंने निर्णय लिया कि भारत माता और भारत को हमें प्रगति के रास्ते पर चलाना है, तो आज मैं खुद को सौभाग्यशाली समझता हूं कि नड्डा जी ने और शाह जी ने मुझे वो मंच दिया, जिससे हम राष्ट्रसेवा और जनसेवा के रास्ते पर आगे बढ़ पाएं। ऐसा जनादेश किसी सरकार को नहीं मिल पाया, एक बार नहीं दो बार जैसा हमारे प्रधानमंत्री जी को मिला। कार्य करने की जो क्षमता होती है। योजनाओं के क्रियान्वन की जो क्षमताएं उनमें हैं। मैं मानता हू कि भारत का भविष्य पूर्ण रूप से उनके हाथों में सुरक्षित है।