MP Politics: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले दल-बदल की सियासत तेज हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी के बेटे दीपक जोशी के बाद कटनी जिले में पूर्व बीजेपी विधायक ध्रुव प्रताप सिंह और कद्दावर नेता शंकर महतो ने कांग्रेस पार्टी का दामन थाम लिया। भोपाल में एक कार्यक्रम में पूर्व सीएम कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की उपस्थिति में दोनों नेताओं ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। ध्रुव कटनी जिले की विजयराघवगढ़ सीट से विधायक रह चुके हैं, जबकि शंकर महतो बहोरीबंद के कद्दावर नेता में गिने जाते हैं। ध्रुव प्रताप पिछले कुछ समय से प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा से अपनी शिकायतें कर रहे थे।

बीजेपी का संगठन इस वक्त सबसे निचले स्तर पर: ध्रुव सिंह

ध्रुव प्रताप सिंह ने भाजपा पर हमलावर होते हुए कहा, ‘पांच साल से बीजेपी अपनी मूल विचारधारा से हट चुकी है।’ उन्होंने इस दौरान बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष बीडी शर्मा पर भी निशाना साधा। सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का संगठन इस समय सबसे निचले स्तर पर है। वीडी शर्मा बिना मैदानी अनुभव सांसद और प्रदेशाध्यक्ष बन गए। उनके पास कार्यकर्ताओं से बात करने का समय नहीं है। वे अपनी लेविश लाइफ में मस्त हैं।’

शिवराज को बताया धृतराष्ट्र

ध्रुव प्रताप वर्तमान विजयराघवगढ़ विधायक संजय पाठक की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से बढ़ती नजदीकियों से भी नाराज थे। पूर्व विधायक ने संजय पाठक के लिए कहा, ‘आपको महाभारत की जानकारी तो है। महाभारत में एक पात्र थे दुर्योधन, जो कि विजयराघवगढ़ के विधायक हैं। ऐसे दुर्योधन हमारे ख्याल से मध्यप्रदेश के सभी जिलों में मिलेंगे। आज की महाभारत में दुर्योधन तो बढ़ गए हैं, लेकिन धृतराष्ट्र एक ही है, जो भोपाल में बैठे हैं। उनकी आंखों में पट्टी बंधी है। कुछ नहीं कर रहे, इसलिए BJP कार्यकर्ता परेशान है।’

द इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए ध्रुव प्रताप सिंह ने कहा, संजय पाठक एक कांग्रेस नेता थे, जो भाजपा में शामिल हो गए। वह सीएम के करीबी हो गये। वह लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है। उन्हें सिर्फ अपनी और पैसों की चिंता है। भाजपा अपनी मूल विचारधारा से भटक गई है और पैसे से मतलब रखने वाले नेताओं की पार्टी बन गई है। उन्होंने कहा कि बीजेपी विधानसभा चुनाव हारेगी, क्योंकि कार्यकर्ता खुद को अलग-थलग महसूस कर रहे हैं और वे निराश भी हैं।

बीजेपी प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने कहा, ”चुनाव के दौरान ऐसी चीजें होती रहती हैं. हम उनके फैसले का सम्मान करते हैं। यह उनका निजी फैसला है। हम विकास और लोकतंत्र की दिशा में काम करते रहेंगे।

1980 में बीजेपी में शामिल हुए थे सिंह

सिंह 1980 के दशक में भाजपा में शामिल हुए थे और 1988 से 2002 के बीच 14 वर्षों तक बड़वारा से ‘मंडल अध्यक्ष’ रहे। उन्होंने अपना पहला चुनाव बड़वारा से लड़ा और कांग्रेस उम्मीदवार से 2,000 वोटों के अंतर से हार गए। 2003 में, उन्हें विजयराघवगढ़ से मैदान में उतारा गया, जहां उन्होंने कांग्रेस के सत्येन्द्र पाठक को हराया, जो उस समय मंत्री थे।

कांग्रेस की सदस्यता लेने वाले लोधी समाज के नेता शंकर महतो कटनी की बहोरीबंद विधानसभा से तीन बार निर्दलीय चुनाव लड़ चुके हैं। पिछले चुनाव में उन्होंने भाजपा की सदस्यता ले ली थी। अब उनका BJP से मोहभंग हो चुका है। उन्होंने दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह से मुलाकात की थी।