Malook Nagar Resigns BSP: बिजनौर से बहुजन समाज पार्टी के सांसद मलूक नागर ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। बता दें कि बसपा ने बिजनौर से इस बार चौधारी ब्रिजेंद्र सिंह को टिकट दिया है। इस्तीफा देने के कुछ ही घंटों के बाद नागर दिल्ली में पार्टी प्रमुख जयंत चौधरी की उपस्थिति में राष्ट्रीय लोक दल में शामिल हो गए।
आरएलडी में शामिल होने के बाद सांसद मलूक नागर ने कहा कि जब मैं सांसद बना तो आरएलडी, समाजवादी पार्टी और बीएसपी ने इसमें बहुत बड़ी भूमिका निभाई। जयंत चौधरी ने भी इसमें अहम भूमिका निभाई। मैंने हमेशा पार्टी से ऊपर उठकर संसद में कई मुद्दे उठाए हैं। साथ ही, उन्होंने कहा क अबकी बार पहली बार है जब हम ना तो एमएलए लड़े हैं और ना ही सांसदी के लिए लड़ेंगे। हमें देश के लिए कुछ करना है।
उन्होंने आगे कहा कि बीएसपी के इतिहास में यह रिकॉर्ड है कि सांसद को या तो एक टर्म के बाद निकाल दिया जाता है या पार्टी छोड़कर चला जाता है। उन्होंने कहा कि जब हमें एमपी नहीं लड़ाया गया तो भी हम चुप रहे और स्टार प्रचारकों में हमारा नाम नहीं दिया गया तब भी हम चुप ही रहे। लेकिन देश के लिए काम करना चाहते हैं। इसीलिए आज पार्टी छोड़नी पड़ रही है।
तीसरी बार में मिली जीत
नागर ने उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी यानी कि बसपा के टिकट पर लगातार दो बार चुनाव हारने के बाद साल 2019 में लोकसभा इलेक्शन में जीत दर्ज की। मायावती ने मलूक नागर को मेरठ से 2009 में और 2014 में बिजनौर से टिकट दिया, लेकिन वह पार नहीं पा सके और उनकी करारी हार हुई। इसके बावजूद ना तो बीएसपी का उन पर भरोसा कम हुआ और ना ही मलूक ने हार मानी। उन्होंने तीसरी बार में सफलता हासिल करते हुए जीत दर्ज की। बता दें कि मलूक का नाम यूपी के सबसे अमीर सांसदों में गिना जाता है।
यूपी के सबसे अमीर सांसदों में गिनती
मलूक नागर यूपी के बड़े कारोबारी हैं और उनका नाम राज्य के सबसे अमीर सांसदों में गिना जाता है। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में दिए गए हलफनामे के मुताबिक, नागर की कुल संपत्ति करीब 250 करोड़ रुपये है। उनके पास 115 करोड़ से ज्यादा की अचल संपत्ति है। इसमें प्रॉपर्टी और कृषि की जमीन आती है। मलूक पर बैंकों का काफी कर्ज भी है। उन पर बैंको का 101.61 करोड़ रुपये बकाया है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने मलूक नागर और उनके भाई के खिलाफ 54 करोड़ रुपये की वसूली का भी नोटिस जारी किया था। इसके बाद उनके कुछ ठिकानों पर इनकम टैक्स विभाग की रेड भी हुई थी।