Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 को देखते हुए विपक्ष ने अपनी तैयारी तेज कर दी। विपक्ष कोशिश कर रहा है कि किसी भी कीमत पर बीजेपी फिर से सत्ता में न लौटे। इसके लिए विपक्षी दलों के तमाम नेता एक-दूसरे से मुलाकात कर रहे हैं, लेकिन इस मुलाकात का कितना असर होगा। यह आने वाले वक्त में ही पता चल पाएगा। इसी को लेकर बिहार में अगले महीने विपक्षी दलों की बैठक होने वाली है। जिसमें कांग्रेस भी शामिल होगी। इसकी पुष्टि लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने की है।

अधीर रंजन चौधरी ने कहा, ‘नीतीश कुमार ने पटना में आयोजित होने वाली विपक्षी दलों की बैठक में शामिल होने के लिए न्योता दिया है, जिसे कांग्रेस ने स्वीकार कर लिया है। रंजन ने कहा कि एक बार विपक्ष एकजुट हो जाए तो नरेंद्र मोदी को चुनाव में हराने का चांस मिल जाएगा। अन्य विपक्षी पार्टियों को हम पहले दिन से यही बता रहे हैं, लेकिन विपक्ष में कुछ इससे सहमत हैं तो कुछ असहमत हैं।

विपक्ष एकजुट हुआ तो सत्ता में नहीं लौटेंगे मोदी: अधीर रंजन चौधरी

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि हम कुछ क्षेत्रीय पार्टियों को देख रहे हैं, जिनको कांग्रेस के साथ आने में परेशानी होती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की ओर से हमारे नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने नीतीश कुमार को जिम्मेदारी दी थी कि जिन्हें बुलाना है बुला लें। रंजन ने कहा कि अगर विपक्ष एकजुट होगा तो मोदी सत्ता फिर से सत्ता में नहीं लौट पाएंगे।

रंजन ने कहा कि नीतीश कुमार ने बुलाया है। कांग्रेस जाएगी। यदि वह अन्य क्षेत्रीय दलों को आमंत्रित करते हैं तो वे जाएंगे। यह उन पर ही निर्भर करता है, लेकिन कांग्रेस को कोई दिक्कत नहीं है। इसीलिए जब नीतीश ने पटना में सबको एक साथ मिलने के लिए न्योता दिया है तो कांग्रेस ने न्योता स्वीकार कर लिया है।

12 जून को विपक्षी दलों की पटना में हो सकती है बैठक

बिहार सीएम नीतीश कुमार की पहल पर भाजपा विरोधी दलों की बैठक 12 जून को पटना में हो सकती है। रविवार को हुई जेडीयू की बैठक के बाद इसके संकेत मिले हैं। हालांकि अभी तक किसी पदाधिकारी ने इसकी पुष्टि या खंडन नहीं किया है। बैठक में मौजूद कई नेताओं ने एक निजी टीवी चैनल को नाम न छापने की शर्त पर बताया कि इसका खुलासा खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया था।

नीतीश कुमार अभी तक इन नेताओं से कर चुके हैं मुलाकात

बीते साल अगस्त में पार्टी में दरार पैदा करने और उनकी पार्टी को कमजोर करने की कोशिश के आरोपों के बाद भाजपा से नाता तोड़ लिया था। नीतीश बिहार में महागठबंधन सरकार को लीड कर रहे हैं। जिसमें कांग्रेस, आरजेडी और वाम दल शामिल हैं। नीतीश पहले ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात कर चुके हैं। इसके अलावा नीतीश कुमार ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से भी मिल चुके हैं। हालांकि बीजू जनता दल ने किसी भी तरह के गठबंधन में शामिल होने से इनकार कर दिया था।