Lok Sabha Chunav 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे घोषित होने के बाद एनडीए के पास बहुमत तो है, लेकिन बीजेपी के पास अकेले बहुमत न होने के चलते उसके सहयोगी दलों यानी TDP और JDU की अहमियत बढ़ गई है। यह माना जा रहा है कि दोनों ही दल बीजेपी को समर्थन देने को तैयार हैं लेकिन सरकार में भागीदारी से लेकर अपनी हनक दोनों ही दल दिखाने लगे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इन दोनों ही दलों ने बीजेपी के साथ प्रेशर पॉलिटिक्स शुरू कर दी है।

बता दें कि नीतीश कुमार एनडीए की बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली पहुंच चुके हैं। दिलचस्प यह भी है कि नीतीश के साथ तेजस्वी भी उसी प्लेन में आगे पीछे की बैठे थे, जो कि विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन की बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली आए हैं। दूसरी ओर टीडीपी नेता और आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडू भी आ रहे हैं।

‘हम NDA में हैं, नो टेंशन’

TDP चीफ एन चंद्रबाबू नायडू ने दिल्ली जाने से पहले विजयवाड़ा में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान INDIA ब्लॉक में जाने की संभावना को लेकर कहा कि हम NDA में हैं और मैं NDA की बैठक में जा रहा हूं। चिंता करने की कोई बात नहीं है। नायडू ने विधानसभा चुनाव में जीत पर कहा कि हमने राज्य के कल्याण और विकास के लिए गठबंधन बनाया गया है। टीडीपी को 45% और YSRCP को 39% वोट मिले है। कई टीडीपी कार्यकर्ताओं को रातों की नींद गंवानी पड़ी। उन्हें प्रताड़ित किया गया।

एनडीए गठबंधन के तहत अगर बीजेपी को तीसरी बार नरेंद्र मोदी की सरकार बनानी है तो उसे टीडीपी और जेडीयू की शर्तों को मानना है और इसके लिए दोनों ही दलों ने प्रेशर पॉलिटिक्स भी शुरू कर दी है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बीजेपी से टीडीपी केंद्र सरकार में 5-6 मंत्रालय और लोकसभा में अध्यक्ष पद की डिमांड कर सकती है।

नीतीश भी कर सकते हैं बड़ी मांग

इतना ही नहीं, बिहार के सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू एनडीए सरकार में शामिल होने के लिए भी स्पीकर का पद और कई मंत्री पदों की मांग कर सकती हैं। दिलचस्प यह भी है कि बीते दिनों सूत्रों ने यह भी दावा किया था कि विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन द्वारा नीतीश को डिप्टी पीएम तक का पद ऑफर किया गया है। हालांकि इसको लेकर कोई ठोस जानकारी सामने नहीं आई है।

बता दें कि आज दिल्ली में एनडीए के सभी घटक दलों की बैठक होनी है तो यह मांग जेडीयू और TDP आधिकारिक तौर पर बीजेपी के सामने रख सकती है। खबरें हैं कि टीडीपी बीजेपी से जल शक्ति, शिक्षा और सड़क परिवहन मंत्रालय जैसे पद तक मांग सकती है।

बता दें कि 1999 में जब पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपयी की एनडीए गठबंध वाली सरकार बनी थी, तो उस दौरान भी टीडीपी ने स्पीकर की मांगा था और पार्टी के जीएमसी बालयोगी को बीजेपी को लोकसभा का अध्यक्ष बनाना पड़ा था।