लखीमपुर खीरी मामले में अब कांग्रेस के पूर्व चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने राहुल-प्रियंका के लिए एक परेशान करने वाली बात कह दी है। प्रशांत किशोर ने कहा है कि कांग्रेस की जड़ों के में ही दिक्कत है। प्रशांत ने ये बातें ट्वीट कर कही है।
प्रशांत किशोर ने शुक्रवार को कहा कि जो लोग उम्मीद में हैं कि लखीमपुर खीरी घटना के बाद कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्ष की त्वरित वापसी होगी, वो बहुत बड़ी गलतफहमी में हैं। इस ट्वीट में प्रशांत किशोर ने कांग्रेस के लिए ग्रैंड ओल्ड पार्टी (GOP) शब्द का प्रयोग किया है। प्रशांत ने उसी ट्वीट में यह भी लिखा कि ग्रैंड ओल्ड पार्टी की जड़ों और संगठनात्मक समस्याओं का कोई त्वरित समाधान नहीं है।
प्रशांत किशोर के बारे में कई बार अटकलें लगाई जाती रही है कि वो कांग्रेस में शामिल होने वाले हैं। कई बार राहुल गांधी के साथ उनकी मुलाकात भी हो चुकी है। पिछले यूपी विधानसभा चुनाव में प्रशांत किशोर, कांग्रेस के लिए रणनीति भी बना चुके हैं। लेकिन जिस तरह से शुक्रवार को प्रशांत किशोर ने कांग्रेस को लेकर टिप्पणी की है, उससे ऐसा लग रहा है कि प्रशांत और कांग्रेस के बीच अब रिश्ते ज्यादा सही नहीं रहे हैं। इस बयान के बाद प्रशांत के कांग्रेस में शामिल होने पर ग्रहण लगता दिख रहा है। हालांकि कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व की तरफ से इस टिप्पणी पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
People looking for a quick, spontaneous revival of GOP led opposition based on #LakhimpurKheri incident are setting themselves up for a big disappoinment.
Unfortunately there are no quick fix solutions to the deep-rooted problems and structural weakness of GOP.
— Prashant Kishor (@PrashantKishor) October 8, 2021
बता दें कि प्रशांत किशोर जिस लखीमपुर की घटना का जिक्र कर रहे हैं, उसमें विपक्ष की बड़ी भूमिका में कांग्रेस ही दिख रही है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के दौरे के खिलाफ लखीमपुर में किसान तीन अक्टूबर को प्रदर्शन कर रहे थे, इस दौरान एक कार, किसानों को रौंदती हुई निकल गई। जिसके बाद हिंसा भड़क उठी। इस पूरी घटना में आठ लोगों की मौत हो गई, जबकि दर्जनों घायल हो गए। किसान संगठन, इस घटना के लिए केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा को दोषी ठहरा रही और उसे गिरफ्तार करने की मांग कर रही है।
इस घटना के तुरंते बाद प्रियंका गांधी लखीमपुर के लिए निकल गईं थी, लेकिन उन्हें हरगांव के पास से यूपी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। जिसके बाद उन्हें सीतापुर गेस्ट हाउस में रखा गया था। इस दौरान प्रियंका गांधी और पुलिस के अधिकारियों के बीच बहस भी होती दिखी थी।
इसके एक दिन बाद राहुल गांधी भी लखीमपुर के निकले। राहुल को पहले तो लखीमपुर जाने के लिए परमीशन मिल गई थी, फिर उन्हें लखनऊ एयरपोर्ट पर ही रोक लिया गया, जिसके बाद वो धरने पर बैठ गए थे। आखिरकार उन्हें लखीमपुर जाने की परमीशन मिली। जिसके बाद वो पहले सीतापुर गए, जहां से उन्होंने प्रियंका गांधी को साथ लिया और दोनों लखीमपुर जाकर मारे गए किसानों के परिवारों से मिले।