Kiren Rijiju on Sonia Gandhi: केंद्रीय कानून और न्याय मंत्री किरेन रिजिजू ने मगंलवार (11 मार्च, 2023) को लोकतंत्र और संस्थानों की स्वतंत्रता पर की कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी की गई टिप्पणी की कड़ी आलोचना करते हुए करारा पलटवार किया। रिजिजू ने कहा,” भारतीय लोकतंत्र की 1975 में केवल एक बार हत्या हुई थी। उसके बाद फिर ऐसा कभी नहीं हुआ और न ही आगे होगा। रिजिजू ने कहा, ‘हम कानून के शासन में भरोसा करते हैं। लोकतंत्र की भावना देश में जीवित है। निर्वाचित सरकार से सभी सवाल पूछें, लेकिन देश से नहीं।

किरेन रिजिजू ने कहा, ‘सोनिया गांधी लोकतंत्र के बारे में लेक्चर दे रही हैं? उन्होंने कहा कि न्यायपालिका के स्वतंत्रता के बारे में बात करने वाली कांग्रेस पार्टी का बयान भ्रामक है।’ मंत्री ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि जो व्यक्ति संसद में सबसे ज्यादा बोलता है, वह कहता है कि उसे बोलने नहीं दिया जा रहा है।

सोनिया गांधी ने अपने लेख में क्या आरोप लगाए-

कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अपने संपादकीय लेख में केंद्र की भाजपा सरकार पर चौतरफा हमला किया था। सोनिया गांधी ने लिखा था कि कांग्रेस पार्टी यह संदेश सीधे लोगों तक ले जाएगी और संविधान की रक्षा के लिए सभी समान विचारधारा वाले दलों से हाथ मिलाएगी। गांधी ने पीएम मोदी और भाजपा सरकार पर नफरत-हिंसा का माहौल बनाने, केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग, मीडिया की आजादी खत्म करने साथ ही न्यायपालिका को व्यवस्थित तरीके से अस्त-व्यस्त करने का आरोप लगाया था।

भाजपा-आरएसएस हिंसा फैला रही: सोनिया गांधी

कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष ने पीएम मोदी पर भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री, भाजपा और आरएसएस नेताओं द्वारा फैलाई जा रही नफरत और हिंसा को नजरअंदाज करते हैं। गांधी ने कहा कि एक बार भी शांति या सद्भाव का आह्वान नहीं किया है। ऐसा लगता है कि धार्मिक त्योहार दूसरों को डराने और धमकाने के अवसर बन गए हैं, जबकि पहले वे आनंद और उत्सव के अवसर थे। उन्होंने कहा कि इस तरह से देश के लोगों को चुप नहीं कराया जा सकता।

सोनिया गांधी ने कहा कि केंद्र में पीएम मोदी की अगुवाई वाली सरकार “भारत के लोकतंत्र के सभी तीन स्तंभों को व्यवस्थित रूप से खत्म कर रही है।” सोनिया ने संसद में हालिया व्यवधानों का उल्लेख किया और संसद सत्रों को बाधित करने के लिए केंद्र की भाजपा सरकार पर लगाया। उन्होंने कहा कि सरकार विपक्ष को बेरोजगारी,मुद्रास्फीति और सामाजिक विभाजन, अडानी घोटाला जैसे मुद्दों को उठाने से रोक रही है।