बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र भेजकर पीएम मोदी को लेकर राहुल गांधी समेत पार्टी नेताओं की बयानबाजी पर सख्त नाराजगी जताई है। उन्होंने पत्र की शुरुआत में ही राहुल गांधी को ‘फेल्ड प्रोडक्ट’ बताते हुए फिर से पॉलिश करके लांच करने की बात कहकर तंज कसा। पत्र में उन्होंने लिखा कि आप राजनीतिक मजबूरीवश पीएम मोदी के बारे में अपनी पार्टी के नेताओं के बयानों, करतूतों को जानबूझकर अनदेखी कर रहे हैं।

इससे पहले 17 सितंबर को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर राहुल गांधी के बारे में बीजेपी के नेताओं के कथित अपशब्दों और बयानों पर आपत्ति जताई थी और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी

बीजेपी अध्यक्ष ने पूछा- राहुल गांधी को आप कैसे सही ठहरा सकते हैं

जेपी नड्डा ने पत्र में लिखा, “जिस व्यक्ति का इतिहास ही देश के प्रधानमंत्री सहित पूरे ओबीसी समुदाय को चोर कहकर गाली देने का रहा हो, देश के प्रधानमंत्री के लिए अत्यंत अमर्यादित शब्दों का प्रयोग करने का रहा हो, जिसने संसद में देश के प्रधानमंत्री को डंडे से पीटने की बात कही हो, जिसकी धृष्ट मानसिकता से पूरा देश वाकिफ हो, उस राहुल गांधी को सही ठहराने की कोशिश आप किस मजबूरी के चलते कर रहे हैं?’

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को दी आत्ममंथन करने की सलाह

पत्र में उन्होंने सोनिया गांधी का भी जिक्र किया और कहा कि उन्होंने पीएम मोदी को ‘मौत का सौदागर’ जैसे शब्दों से संबोधित किया था। बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि इन सभी दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मनाक बयानों के बाद भी उनका महिमामंडन करते हुए राजनीतिक शुचिता की बातें कर रहे हैं। उन्होंने मल्लिकार्जुन खड़गे को आत्ममंथन करने की सलाह दी और कहा कि कम से कम कांग्रेस अध्यक्ष होने के नाते आपको इन चीजों पर सोचना चाहिए।

जेपी नड्डा ने लिखा, “देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी अब अपने नामदार युवराज के दवाब में ‘कॉपी एंड पेस्ट’ वाली पार्टी बन कर रह गई है। कांग्रेस एंड कंपनी के नेताओं ने पिछले 10 सालों में देश के प्रधानमंत्री को 110 से अधिक गालियां दी हैं और दुर्भाग्य की बात यह भी है कि इसमें कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व भी शामिल है।”

उन्होंने पत्र में लिखा, “खड़गे जी, राहुल गांधी के अतिरिक्त सैम पित्रोदा से लेकर इमरान मसूद तक, के सुरेश से लेकर दिग्विजय सिंह तक, शशि थरूर से लेकर पी चिदंबरम और सुशील शिंदे तक, आपके नेताओं ने देश को बदनाम करने के लिए क्या-क्या नहीं किया? उत्तर को दक्षिण से लड़ाना, एक समाज को दूसरे के खिलाफ भड़काना, यही तो कांग्रेस का परिचय हो गया है! आपके नेताओं के कार्यक्रम में पाकिस्तान के समर्थन के नारे लगते हैं तो देशविरोधी ताकतों का महिमामंडन होता है। तब क्यों आपको पत्र लिखने का ख्याल नहीं आता?”