झारखंड विधानसभा में नमाज पढ़ने के लिए अलॉट किए गए कमरे को लेकर पनपे विवाद पर सोमवार (छह सितंबर, 2021) को हंगामा देखने को मिला।

सत्र से पहले विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने इसे मुद्दा बनाते हुए विस के प्रवेश द्वार के पास सीढ़ियों पर बैठकर हनुमान चालीसा और “हरे राम” का पाठ किया, जबकि कार्यवाही के दौरान सदन के वेल में जाकर बाद में जयश्री राम के नारे भी लगाए।

वे इस दौरान “नमाज कक्ष” के आवंटन से जुड़े आदेश को वापस लेने की मांग कर रहे थे। अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो ने इसके बाद भानु प्रताप शाही सहित अन्य भाजपा सदस्यों से “अपनी सीटों पर वापस जाने का आग्रह किया। कहा, “आप अच्छे सदस्य हैं। कृपया चेयर के साथ सहयोग करें”।

हालांकि, हंगामा जारी रहने पर स्पीकर ने सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजकर 45 मिनट तक के लिए स्थगित कर दी। भाजपा कार्यकर्ताओं ने रविवार को इस फैसले के खिलाफ राज्य भर में विरोध प्रदर्शन के दौरान मुख्यमंत्री सोरेन और स्पीकर का पुतला फूंका था।

बता दें कि विधानसभा अध्यक्ष ने नमाज अदा करने के लिए कमरा नंबर टीडब्ल्यू 348 आवंटित किया है, जिसके बाद भाजपा की ओर से विधानसभा परिसर में हनुमान मंदिर और अन्य धर्मों के पूजा स्थलों के निर्माण की मांग की गई है।

विधानसभा परिसर में नमाज अदा करने के लिए ‘नमाज कक्ष’ निर्धारित करने से जुड़े आदेश पर भाजपा ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई थी। पार्टी ने इससे पहले कहा था कि यह पूरी तरह से असंवैधानिक कदम है।

भाजपा यह भी बोली थी कि अगर स्पीकर को ऐसा करना ही था तो उन्हें हिन्दुओं के लिए विधानसभा में एक भव्य ‘हनुमान मंदिर’ का निर्माण कराना चाहिए। अन्य धर्मावलंबियों के लिए भी पूजा और आराधना कक्ष जरूर निर्धारित किये जाने चाहिए अन्यथा लोकतंत्र के मंदिर को लोकतंत्र का मंदिर ही बने रहने देना चाहिए।

राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘हेमंत सोरेन सरकार में शामिल विधायक खुलेआम तालिबान का समर्थन करते हैं। राज्य विधानसभा में नमाज के लिए अलग कमरा इसी विचारधारा का नतीजा है। वरना भारतीय लोकतंत्र में विश्वास रखने वाला कोई भी व्यक्ति ऐसी हरकत नहीं करता।’’

दास के मुताबिक, ‘‘हेमंत सरकार तुष्टिकरण और वोट बैंक की राजनीति के लिए संवैधानिक संस्थाओं की गरिमा भी तार-तार कर रही है। यह झारखंड के लिए शुभ संकेत नहीं हैं।’’ पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘विधानसभा में नमाज के लिए अलग कमरे के आवंटन का निर्णय यदि नहीं वापस लिया गया तो भाजपा की झारखंड इकाई आंदोलन करेगी। लोकतंत्र के मंदिर की गरिमा को बचाने के लिए मैं स्वयं भी विधानसभा के बाहर धरने पर बैठूंगा।’’