India Weather HIGHLIGHTS: भारत में गर्मी का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। राजस्थान के चुरु में कल पारा 50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो कि रिकॉर्ड है। मौसम विभाग के मुताबिक, कल (26 मई) को चुरू और पाकिस्तान का याकोबाबाद दुनिया के दो सबसे ज्यादा तापमान वाले शहर थे। राजस्थान के अलावा उत्तर भारत को भी कल गर्मी की मार झेलनी पड़ी। दिल्ली राजस्थान के चुरू के बाद देश का दूसरा सबसे गर्म स्थान रहा। राजधानी में गर्मी का मई महीने का 18 साल का रिकॉर्ड टूट गया।
मौसम विभाग ने बताया कि सफदरजंग मौसम केंद्र पर मंगलवार को दिन का तापमान 47.6 डिग्री तक जा पहुंचा। 22 साल में यह दूसरा मौका है जब राष्ट्रीय राजधानी का पारा 46 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है। यह सामान्य से 6 डिग्री ज्यादा है। इससे पहले 19 मई 2002 में अधिकतम तापमान 46 डिग्री सेल्सियस और 29 मई 1998 को 46.5 दर्ज किया गया था। दिल्ली में न्यूनतम तापमान 28.2 डिग्री सेल्सियस रहा, जो कि सामान्य से एक डिग्री ज्यादा रहा।
मौसम विभाग का कहना है कि अगले तीन दिन तक गर्मी की तपिश ऐसे ही झेलनी होगी। राजधानी दिल्ली के साथ ही यूपी में कई स्थानों पर पारा 45 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया है। सम विभाग के अनुसार महीने के अंत में 30 मई से 1 जून के बीच कुछ स्थानों पर हल्की बारिश होने का अनुमान है। इसके अलावा मौसम विज्ञान विभाग की तरफ से असम और मेघालय में 26 से 28 मई के बीच बहुत भारी बारिश होने की चेतावनी दी है।
आईएमडी के राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र की प्रमुख एस देवी ने कहा कि बंगाल की खाड़ी से दक्षिण-पश्चिम हवाओं के तेज प्रवाह के कारण इन दोनों राज्यों में नमी बहुत बढ़ गयी है। इसके अलावा अन्य भौगोलिक वजहों से दोनों राज्यों में बहुत भारी बारिश होगी। विभाग ने कहा कि ज्यादातर स्थानों पर बारिश की संभावना है वहीं कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने का अनुमान है। आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि असम और मेघालय में अगले तीन दिनों के लिए लाल रंग की चेतावनी जारी की गई है।
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मेघालय में चक्रवाती तूफान के मद्देनजर कई इलाकों में भारी बारिश हुई है। पिछले 36 घंटे में स्थितियां बद्तर हुई हैं। अब तक 21 गांवों और 1493 लोगों पर तूफान का असर हुआ है। ऐसे में राज्य में हाई-अलर्ट घोषित किया गया है। एक मंत्री ने बताया कि ईस्ट और वेस्ट जैनतिया हिल्स डिस्ट्रिक्ट में मंगलवार को बाढ़ से कई घर तबाह हुए। आपात स्थितियों से निपटने के लिए राज्य सरकार ने 11 जिलों के डिप्टी कमिश्नर को 20 लाख रुपए दिए हैं। जिलाधिकारियों ने पांच राहत कैंप भी लगाए हैं।
कर्नाटक के कलबुर्गी में मंगलवार को अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। मौसम विभाग ने बताया कि आने वाले दो हफ्तों तक तापमान में बढ़ोतरी जारी रहेगी। दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश के वाराणसी में भी अधिकतम तापमान 46 डिग्री दर्ज हुआ।
हिमाचल प्रदेश में भी बीते 3-4 दिनों में तापमान सामान्य से ज्यादा दर्ज हो रहा है। यहां 26 मई को औसत तापमान 28.4 डिग्री दर्ज हुआ, जो कि सामान्य से 3-4 डिग्री सेल्सियस ज्यादा है। इस सीजन का अधिकतम तापमान 43.2 डिग्री रहा है, जो कि ऊना में रिकॉर्ड हुआ था।
देश में गर्मी बढ़ने के साथ पानी का संकट भी पैदा होने लगा है। मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के एक गांव के लोगों को पानी जुटाने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ रही है। गांववाले कई किलोमीटर का सफर पैदल कर ऊबड़-खाबड़ चट्टानी रास्ते से पानी इकट्ठा करने जा रहे हैं। जिला पंचायत के सीईओ ने कहा, 'मैंने अधिकारियों से इस मामले में रिपोर्ट मांगी है, ताकि जल्दी से परेशानी को सुलझाया जा सके।'
असम के डिब्रूगढ़ में भारी बारिश बारिश की वजह से बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं।
देश की राजधानी दिल्ली में कल अधिकतम तापमान 47.6 डिग्री रहा। इससे लोगों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ा। मौसम विभाग के मुताबिक, पूर्वी भारत में बिहार में कल सबसे ज्यादा तापमान रहा। यहां के मुजफ्फरपुर में कल 41.5 डिग्री तक टेम्प्रेचर पहुंच गया।
दिल्ली के सफदरजंग वेधशाला में 18 साल के बाद मंगलवार को मई महीने का सबसे अधिक तापमान 46 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दिल्ली में लोग चिलचिलाती गर्मी और लू के थपेड़ों का सामना कर रहे हैं और राष्ट्रीय राजधानी के अधिकतर स्थानों पर अधिकतम तापमान सामान्य से छह डिग्री अधिक दर्ज किया गया। वहीं पालम इलाके में तापमान 47.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि मानसून के सामान्य तिथि से चार दिन बाद पांच जून को केरल पहुंचने की संभावना है। महापात्रा ने कहा कि 30 मई से अरब सागर में कम दबाव का क्षेत्र भी बन रहा है। कम दबाव का क्षेत्र किसी भी चक्रवात का पहला चरण होता है। हालांकि, यह आवश्यक नहीं है कि प्रत्येक कम दबाव क्षेत्र चक्रवात में ही बदल जाए।
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने केरल व कर्नाटक के तटों पर मछुआरों को आगाह किया है कि वे 30 मई से चार जून के बीच गहरे समुद्र में नहीं जाएं। चक्रवात और खराब मौसम से खतरा हो सकता है। ऐसे में ऐहतियात बरतना जरूरी है।
राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र की प्रमुख एस देवी ने कहा कि बंगाल की खाड़ी से दक्षिण-पश्चिम हवाओं के तेज प्रवाह के कारण इन दोनों राज्यों में नमी बहुत बढ़ गयी है। इसके अलावा अन्य भौगोलिक वजहों से दोनों राज्यों में बहुत भारी बारिश होगी। विभाग ने कहा कि ज्यादातर स्थानों पर बारिश की संभावना है वहीं कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने का अनुमान है। आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि असम और मेघालय में अगले तीन दिनों के लिए लाल रंग की चेतावनी जारी की गई है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने असम और मेघालय में 26 से 28 मई के बीच बहुत भारी बारिश होने की चेतावनी दी है। आईएमडी के राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र की प्रमुख एस देवी ने कहा कि बंगाल की खाड़ी से दक्षिण-पश्चिम हवाओं के तेज प्रवाह के कारण इन दोनों राज्यों में नमी बहुत बढ़ गयी है।
उत्तर और पश्चिम भारत के कई इलाके लू की चपेट में हैं और मंगलवार को राजस्थान के चुरू में पारा 50 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया। वहीं, मौसम विभाग ने असम और मेघालय में 28 मई तक भारी बारिश का पूर्वानुमान लगाया है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के पालम केंद्र में अधिकतम तापमान 47.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि शहर के अधिकतर हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से छह डिग्री तक अधिक दर्ज किया गया। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के मुताबिक बड़े इलाके में लगातार दो दिनों तक अधिकतम तापमान 45 डिग्री दर्ज होने पर लू की घोषणा की जाती है जबकि पारा 47 डिग्री होने पर प्रचंड लू की घोषणा की जाती है।
उत्तर भारत में जहां भीषण गर्मी पड़ रही हैं वहीं मंगलवार को कर्नाटक के बंगलुरू में भारी बारिश हुई। शहर के विजयनगर समेत कई हिस्सों में भारी बारिश के साथ तेज हवाएं भी चलीं।
मौसम विभाग के अनुसार अगले दो दिन भी राज्य जोधपुर, बीकानेर, जयपुर, अजमेर, भरतपुर एवं कोटा संभाग विभिन्न स्थानों पर तेज लू चलने के आसार हैं। इन इलाकों में दिन का अधिकतम तापमान 45-47 डिग्री सेल्सियस तक रहने का अनुमान है।
बिहार में पिछले दो दिनों से चल रही गर्म हवा जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। राज्य के कई हिस्सो में पछुआ हवाओं की वजह से झुलसने वाली गर्मी पड़ रही है। स्थिति यह है कि प्रदेश के गया, बक्सर भभुआ और औरंगाबाद, रोहतास में पारा 45 डिग्री सेल्सिय को भी पार कर गया है।
राजस्थान के सभी इलाकों में जोरदार गर्मी पड़ रही है और लू के थपेड़ों ने लोगों का घरों में बंद कर दिया है। मंगलवार को चुरू में पारा 50.0 डिग्री सेल्सियस तक चला गया। मौसम विभाग के अनुसार राज्य के चुरू में मंगलवार को तापमान सबसे अधिक दर्ज किया गया। वहां अधिकतम तापमान 50.0 डिग्री सेल्सियस रहा जो पिछले 10 वर्ष में मई के माह में दूसरा अधिकतम तापमान है। इससे पहले वर्ष 2016 में19 मई को चुरू में पारा 50.2 डिग्री तक गया था। राज्य के बाकी हिस्सों में भी गर्मी एवं लू का कहर है। मंगलवार को बीकानेर में अधिकतम तापमान 47.4 डिग्री सेल्सियस, श्रीगंगानगर में 47.0 डिग्री, कोटा में 46.5 डिग्री, जैसलमेर में 46.4 डिग्री, बाड़मेर 45.7 डिग्री, जयपुर में 45.0 डिग्री, अजमेर में 44.0 डिग्री एवं जोधपुर में 44.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम विभाग ने 29-30 मई को उत्तर भारत के कुछ राज्यों में धूल भरी आंधी चलने का अनुमान जताया है। इसके साथ ही बारिश का भी पूर्वानुमान व्यक्त किया गया है। इसके बाद तापमान में थोड़ी गिरावट आने की उम्मीद है। उत्तर भारत में कई स्थानों पर पारा 45 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया है।
झारखंड में राजधानी रांची समेत अधिकतर इलाकों में तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। प्रदेश के कई जिलों में दिन में लू चल रही है। ऐसे में पारा तेजी से ऊपर जा रहा है। मंगलवार की सुबह जारी मौसम पूर्वानुमान के तहत अगले 48 घंटे में गढ़वा, पलामू, लातेहार व चतरा जिले में हीट वेव (लू) चलने की संभावना है। इस संबंध में मौसम विभाग ने येलो अलर्ट भी जारी किया है।