राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा आयोजन में शामिल होने के लिए गुरु रहमान को राम मंदिर ट्रस्ट ने वीवीआईपी पास देकर आमंत्रित किया है। इस कारण कई नेता इस पर कमेंट करने से बाज नहीं आ रहे हैं। राजनीतिक गलियारे में भी चर्चा होने लगी है। हालांकि इन सभी बातों का पटना के फेमस टीचर गुरु रहमान पर कोई असर नहीं पड़ा है। बता दें कि गुरु रहमान को दारोगा गुरु नाम से जाना जाता है। उनके बारे में कहा जाता है कि वे अपने छात्रों के सामने बजरंगबलि को बॉस कहकर संबोधित करते हैं।
गुरु रहमान ने मीडिया को बताया कि जिस तरह किसी नेत्रहीन को आंख मिलने पर वह उत्साहित और आह्लादित हो जाता है, ठीक उसी तरह उनको भी अपार खुशी हो रही है। गुरु रहमान ने कहा कि वे अयोध्या में कार सेवा (श्रम दान) करने भी गए थे। इसके साथ ही उन्होंने राम मंदिर के शिलान्यास में प्रथम ईंट रखने वाले पूर्व विधान पार्षद कामेश्वर चौपाल को आमंत्रित करने के लिए धन्यवाद भी दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के कहने पर उन्हें आमंत्रित किया गया है और उन्हें इस बात की बहुत खुशी है।
पत्नी और बच्चों सहित अयोध्या जाएंगे गुरु रहमान
मीडिया से गुरु रहमान ने आगे कहा कि वे अपनी पत्नी अमिता और दोनों बच्चों के साथ ट्रेन के जरिए अयोध्या जाएंगे। दरअसल, राम मंदिर ट्रस्ट ने भारत के कुल 665 लोगों को आमंत्रित किया है। जिसमें गुरु रहमान और उनका परिवार भी शामिल है। इतना ही नहीं, राम मंदिर ट्रस्ट ने उनके रहने और खाने की व्यवस्था भी की है। गुरु रहमान के अनुसार, प्राण प्रतिष्ठा के बाद वे अपने छात्र-छात्राओं को लेकर एक भार राम मंदिर जाएंगे।
गुरु रहमान ने लोगों से की ये अपील
गुरु रहमान ने भारत के सभी नागरिकों से यह निवेदन किया है कि 22 जनवरी के दिन मांस औऱ मदिरा का सेवन न करें। वे घरों में दीप जलाएं। इसके अलावा उन्होंने अपने मुस्लिम भाइयों से कहा कि वे इस आयोजन में बढ़चढ़ कर भाग लें। गुरु रहमान राम मंदिर के एस भव्य आयोजन को हिंदू-मुस्लिम एकता और अखंडता का प्रतीक मानते हैं। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि वे अपने बॉस यानी बजरंग बली से जरूर मिलेंगे। वे अपने बॉस से युवाओं की बेरोजगारी दूर करने के लिए वरदान की मांग करेंगे।