केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार करने के लिए कांग्रेस पर निशाना साधा है। ईरानी ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए शुक्रवार को कहा कि गांधी परिवार ने सेंगोल (Sengol) को ‘नेहरूजी की छड़ी’ के रूप में एक संग्रहालय के अंधेरे कोने में रखा था।
‘नेहरूजी की छड़ी’ के रूप में म्यूजियम में रखा था सेंगोल
स्मृति ईरानी ने कहा, “सेंगोल जो हमारी आजादी का प्रतीक है, गांधी परिवार द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की छड़ी के रूप में एक संग्रहालय के एक अंधेरे कोने में रखा गया था। मैं प्रत्येक भारतीय से पूछना चाहती हूं कि सेंगोल को इस तरह रखना और इसे छड़ी के रूप में बताना यह नहीं दर्शाता है कि गांधी परिवार देशों के इतिहास और लोकतंत्र के बारे में क्या सोचता है।” उन्होंने कहा कि इसलिए गांधी परिवार का नए संसद भवन के उद्घाटन में शामिल नहीं होने के लिए समान विचारधारा वाले लोगों को भड़काना हमें आश्चर्यचकित नहीं करता है।
एएनआई से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री ने टाइम मैगजीन का एक पुराना अंक दिखाकर कांग्रेस पर तंज कसा। उन्होंने कहा, “यह 25 अगस्त, 1947 का टाइम पत्रिका का अंक है। मैं चाहूंगी कि हमारे सभी मित्र जो नए संसद भवन के उद्घाटन का विरोध कर रहे हैं, इस लेख को पढ़ें और ‘सेंगोल’ के बारे में कुछ जानकारी हासिल करें और देखें कि 1947 में क्या हुआ था। यह नाटक करके वे अपने ही नेता जवाहर लाल नेहरू का भी विरोध कर रहे हैं।”
नए संसद भवन में रखा जाएगा सेंगोल
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार (28 मई) को नए संसद भवन को देश को समर्पित करेंगे। अंग्रेजों से भारत में सत्ता हस्तांतरण के प्रतीक चिन्ह सेंगोल को नए संसद भवन में विरासत के तौर पर रखा जाएगा। गृहमंत्री अमित शाह ने 24 मई को एक प्रेस कांफ्रेंस में बताया था कि पीएम मोदी नए संसद भवन में ‘सेंगोल’ की स्थापना करेंगे। दावा किया जा रहा है कि आजादी के वक्त इसी सेंगोल के जरिये अंग्रेजों ने भारत को सत्ता हस्तांतरित की थी।
विपक्ष ने किया नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार
वहीं, राष्ट्रपति से उद्घाटन की मांग करते हुए विपक्ष ने उद्घाटन समारोह का बहिष्कार किया है। कांग्रेस पार्टी सहित देश के 19 विपक्षी दलों ने नई संसद के उद्घाटन का बायकॉट करने का ऐलान किया है। कांग्रेस ने नए भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति से नहीं करवाए जाने को संविधान का अपमान बताया है।