ज्ञानवापी विवाद पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है और मामला कोर्ट में है। हिन्दू पक्ष का दावा है कि मस्जिद में सर्वे के दौरान वजूखाने में शिवलिंग मिला है। वहीं मुस्लिम पक्ष ने हिन्दू पक्ष के दावे को नकारते हुए कहा कि जिसे हिन्दू पक्ष शिवलिंग बता रहा है, वो केवल एक फव्वारा है। ज्ञानवापी विवाद को लेकर टीवी चैनलों पर भी बहस चल रही है।
इसी क्रम में समाचार चैनल आज तक पर बहस चल रही थी और बहस के दौरान बीजेपी प्रवक्ता दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल, बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की नक़ल उतारने लगे। बीजेपी प्रवक्ता ने कहा, “हताश निराश कौन सी पार्टी है ये युवा भी जनता है। 399 सीटों पे लड़ी और 387 पर रिकॉर्ड बनाकर जमानत जब्त करा ली।”
बीजेपी प्रवक्ता ने आगे कहा, “ये भोलेनाथ की ही कृपा है कि आज पूरे देश में ज्ञानवापी मंदिर पर चर्चा हो रही है। एक तरफ बीजेपी हिन्दू अस्मिता के लिए खड़ी है और एक तरफ खुद को मुसलमान की पार्टी कहने वाली कांग्रेस पार्टी, मौलाना अखिलेश की पार्टी सपा, एआईएमआईएम जिसके नाम में ही मुस्लिम है, खांसी वाली केजरीवाल गायब हैं, मुमताज बनर्जी (ममता बनर्जी) की पार्टी खड़ी है और ये लोग गायब हैं।”
वहीं बहस के दौरान समाजवादी प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने शिव श्लोक का पाठ किया और बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया को इसे पढ़ने की चुनौती दे डाली। जबकि गौरव भाटिया श्लोक पढ़ने से बचते हुए नजर आये और सपा प्रवक्ता लगातार बहस के दौरान उनसे शिव श्लोक पढ़ने की लिए कहते दिख रहे थे।
वहीं बहस में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने तंज कसते हुए कहा, “ये चुनाव में बोल रहे थे कि इनके सपने में भगवन कृष्ण आ रहे हैं। वहीं परशुराम जयंती आई ट्वीट भी नहीं किया जबकि ईद पर 4 ट्वीट किए। अखिलेश यादव में अगर हिम्मत हो तो ये बोल कर दिखाए कि कहीं भी चटाई लगा दो, तो वो मस्जिद बन जाता है जैसे उन्होंने हिन्दू धर्म के लिए पीपल पेड़ को बोला।”