हिंदुस्तान में विभिन्न हिस्सों में फिलहाल बारिश और बाढ़ के चलते हालात बदतर हैं। रविवार (19 जुलाई, 2020) को पानी गिरने के बाद देश की राजधानी नई दिल्ली से लेकर केरल तक में बंपर बारिश का त्राहिमाम देखने को मिला। कहीं भरभराकर मकान गिरा, पॉश इलाकों की सड़कें जलमग्न हुईं और कुछ जगहों पर रिहायशी इलाकों में समुद्री तटों के उफनाती लहरों का पानी घुस आया। ये चीजें ऐसे वक्त पर देखने को मिलीं, जब असम और बिहार के कई भाग बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हैं। केवल पूर्वोत्तर राज्य असम में 24 घंटे के भीतर पांच और लोगों की मौत हो गई, जबकि 24 जिलों में 25 लाख से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। इसी बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना और बाढ़ को लेकर बिहार समेत सात राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात की।
बिहार के सात जिलों में बिजली गिरने से 10 लोगों की मौत हुई। दिल्ली में भारी बारिश के बाद मिंटो ब्रिज के नीचे पानी भर गया, जहां 56 वर्षीय पिक-अप ट्रक के चालक की अपनी गाड़ी को निकालने की कोशिश में डूबने से मौत हो गई। साथ ही कई झुग्गियां ढह गईं और निचले इलाकों में पानी भर गया। असम में इस साल बाढ़ और भूस्खलन से 110 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से 84 लोगों की मौत बाढ़ संबंधी घटनाओं और 26 लोगों की मौत भूस्खलनों के कारण हुई हैं।
After free water and free power, arrangements for a free boat ride in Delhi
this is ‘Connaught place’- CP #DelhiRain pic.twitter.com/vdp7kqtygr
— Dr.Pushyanti Shukla Mohit (पश्यन्ती शु्क्ला मोहित) (@DrPashyantiS) July 19, 2020
राज्य में बाढ़ के हालात के संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल से फोन पर बात की। असम के 33 जिलों में से 24 जिलों में बाढ़ से 25 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और कई स्थानों पर मकान, फसलें, सड़क एवं पुल तबाह हो गए। दिल्ली में कई इलाकों में जलभराव हो गया जिससे कई स्थानों पर यातायात प्रभावित हुआ।
मौसम विभाग ने अपने दैनिक बुलेटिन में बताया कि जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली तथा उत्तर प्रदेश में अगले तीन दिन में अच्छी बारिश के आसार हैं। विभाग ने बताया कि असम तथा मेघालय में अगले तीन दिन में तथा बिहार में अगले 24 घंटे में भारी बारिश हो सकती है।
#WATCH Water-logging at several places in Delhi, after heavy rainfall lashed the national capital earlier today; visuals from ITO area. pic.twitter.com/DfcjXoRXIM
— ANI (@ANI) July 19, 2020
बिहार में रविवार को वज्रपात की चपेट में आकर पूर्णिया जिले में तीन, बेगूसराय में दो तथा पटना, सहरसा, पूर्वी चम्पारण, मधेपुरा एवं दरभंगा में एक—एक व्यक्ति की मौत हो गयी। बीते तीन हफ्ते में बिजली गिरने के कारण राज्य में 160 से अधिक लोगों की मौत हो गई। उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के बंगापानी सब डिवीजन के चौरी बागर गांव में शनिवार रात भारी बारिश से उफनाई गोरी नदी के पानी में चार मकान, कुछ मवेशी और कृषि योग्य भूमि बह गयी है।
एक अधिकारी ने हालांकि कहा कि इसमें कोई हताहत नहीं हुआ क्योंकि स्थानीय लोगों को पहले ही सुरक्षा की दृष्टि से वहां से बाहर निकाल लिया गया था। मौसम विभाग ने बताया कि उत्तर प्रदेश में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हुई जबकि कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई। हिमाचल प्रदेश के कई स्थानों पर बीते 24 घंटे में हल्की से मध्यम बारिश हुई। सबसे ज्यादा 67.6 मिमी बरसात धर्मशाला में हुई।
#WATCH Uttarakhand: A portion of a bridge collapses at Madkhot on Pithoragarh Munsyari road, following incessant rainfall. pic.twitter.com/x2KDrkGiHn
— ANI (@ANI) July 19, 2020
पंजाब एवं हरियाणा में रविवार को अधिकतम तापमान सामान्य सीमा के आस पास रहा। इसके अलावा दोनों राज्यों के कुछ हिस्सों में बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार दोनों राज्यों की साझी राजधानी चंडीगढ़ में रविवार को अधिकतम तापमान 34.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पंजाब में अमृतसर में अधिकतम तापमान 33.7, लुधियाना में 35.2 एवं पटियाला का अधिकतम तापमान क्रमश: 36.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। लुधियाना में एक मिमी वर्षा दर्ज की गई।
हरियाणा में अम्बाला में अधिकतम तापमान 35.3, हिसार में 35, करनाल में 33.5 और नारनौल में 36.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। हिसार में 0.8 मिमी बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग के पूर्वानुमान में कहा गया है कि अगले दो दिन तक दोनों राज्यों में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है ।
#WATCH Himachal Pradesh: Locals of the Badseri Village being rescued from Kharoghla Nalla in Kinnaur amid flash floods triggered by heavy rainfall. pic.twitter.com/vBoe5Dk4rv
— ANI (@ANI) July 19, 2020
देश में मौजूदा मानसून में अब तक सामान्य से छह फीसद अधिक वर्षा हुई है लेकिन उत्तर भारत में कम बारिश हुई है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने रविवार को यह जानकारी दी। विभाग के मौसम विज्ञान संबंधी चार संभाग हैं तथा दक्षिण प्रायद्वीप, मध्य भारत, पूर्व और पूर्वोत्तर भारत संभागों में सामान्य से अधिक वर्षा हुई। आईएमडी के अनुसार लेकिन उत्तर-पश्चिम भारत में अब तक 19 फीसद कम वर्षा हुई है। इस संभाग में जम्मू कश्मीर, लद्दाख, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली और राजस्थान आते हैं। विभाग ने बताया कि रविवार तक हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, जम्मू कश्मीर में कम वर्षा दर्ज की गयी। लद्दाख में तो बहुत कम वर्षा हुई है।
आईएमडी के अनुसार मानसून निर्धारित समय एक जून को केरल पहुंचा था और देश में चार महीने की बारिश का सीजन का प्रारंभ हुआ था। भारत में मानसून के सामान्य रहने की संभावना है। जून में जारी 2020 के मानसून के अद्यतन अनुमान में आईएमडी ने उत्तर पश्चिम भारत के दीर्घावधि औसत (एलपीए) की 107 फीसद बारिश होने का अनुमान प्रकट किया था जो ‘सामान्य से अधिक’ की श्रेणी में आती है। लेकिन उत्तर पश्चिम भारत में मानसून कमजोर रहा है।
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा,‘‘ उत्तर-पश्चिम भारत में पर्याप्त वर्षा नहीं हुई है। लेकिन अब भी हमारे पास दो और महीने हैं।’’ विभाग ने 18 से 20 जुलाई तक उत्तर पश्चिम भारत में वर्षा का अनुमान लगाया है। महापात्र का कहना है कि उम्मीद है कि जम्मू कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में अच्छी वर्षा होगी।
दक्षिण प्रायद्वीप में सामान्य से 17 फीसद अधिक वर्षा हुई है जिसमें तमिलनाड, पुडुचेरी, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना आते हैं। मध्य भारत में 12 फीसदी अधिक वर्षा हुई है। पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में सामान्य से 10 फीसदी अधिक वर्षा हुई है। बाढ़ संबंधी हालात को लेकर प्रधानमंत्री ने की असम के मुख्यमंत्री से बात, मदद का दिलाया भरोसा
#WATCH Kerala: Water enters in the residential areas of Chellanam, a coastal village in Kochi. pic.twitter.com/dGvaTGIA0x
— ANI (@ANI) July 19, 2020