किसान नेता और BKU प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि परिवार वाले उन्हें घर में घुसने नहीं दे रहे। घर वालों ने उन्हें घर आने से मना कर दिया है। कहा है कि बगैर कृषि कानूनों की वापसी के घर वापसी न करें।

टिकैत ने ये बातें पत्रकार रक्षित सिंह को दिए एक इंटरव्यू के दौरान कहीं, जिन्होंने हाल ही में किसानों की एक सभा के दौरान ABP न्यूज की नौकरी छोड़ देने का ऐलान कर दिया था। बातचीत के दौरान टिकैत ने घर परिवार से लेकर आंदोलन में आगे की रणनीति, केंद्र के रवैये और एमएसपी पर अपने रुख को लेकर खुलकर बात की। यह पूछे जाने पर कि घर-परिवार, भाभी-बच्चों से आखिरी बार कब बात हुई थी? टिकैत ने बताया, उनका क्या कहना है…वे भी अपना काम करें। आंदोलन छिड़ रहा है, यहां तो परिवार हमारा यह है।

“वे कहते नहीं हैं कि एक-आधे दिन के लिए तो आ जाओ?” प्रश्न पर पत्रकार को उन्होंने जवाब दिया, “नहीं-नहीं…क्या मतलब उनसे हमारा? घर-परिवार से…वे भी आंदोलन कर रहे हैं। हम भी।”

पत्रकार ने आगे पूछा- ऐसी स्थिति न आ जाए कि घर कुछ लेकर न गए, तो वे आपको घर में न घुसने दें? बीकेयू नेता इस पर बोले- हां, तो घुसने कहां दे रहे? मना कर दिया। कहा कि बगैर बिल वापसी के घर वापसी नहीं है।

पत्रकार ने आगे जोर देकर पूछा कि अगर आप घर चले जाते हैं किसी भी तरह से, तो घर में एंट्री बंद? किसान नेता का उत्तर था- एंट्री बंद है बिल्कुल। हम घर जाएंगे नहीं, यहीं (आंदोलन स्थल पर) टिके रहेंगे।

BJP प्रदेशाध्यक्ष को किसान यूनियनों ने दिखाए काले झंडेः योगी सरकार के चार साल पूरे होने के अवसर पर कार्यक्रम में भाग लेने आए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के काफिले को सोमवार को किसान यूनियनों ने काले झंडे दिखाए। भारतीय किसान यूनियन युवा के प्रदेश अध्यक्ष दिगंबर सिंह ने बताया कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का काफिला जब रशीदपुर गढ़ी से गुजरा तो किसानों ने उसे काले झंडे दिखाकर जमकर नारेबाजी की।

सिंह ‘चार साल बेमिसाल कार्यक्रम’ के तहत धामपुर विधानसभा में कार्यक्रम कर बिजनौर जिला मुख्यालय आ रहे थे, उसी दौरान ऐसा हुआ। वहीं, बिजनौर में सिंह ने ‘किसान जनसंवाद कार्यक्रम’ में कहा कि पार्टी आगामी पंचायत चुनावों में केन्द्र और प्रदेश सरकार के कामों को लेकर घर-घर जाएगी। उन्होंने धामपुर में कहा कि भाजपा आने वाले जिला पंचायत और ब्लॉक के चुनाव में प्रत्याशी उतारेगी। सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नीत सरकार के चार साल के शासन में गुंडों पर नियंत्रण हुआ है, सुशासन आया है जिसके कारण निवेश बढ़ा है। (भाषा इनपुट्स के साथ)