प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कथित भूमि घोटाले से जुड़े धनशोधन मामले की जांच में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से बुधवार को रांची में पूछताछ करेगा। ईडी ने सोरेन के दिल्ली स्थित आवास की तलाशी के बाद 36 लाख रुपए, एक बीएमडब्लू एसयूवी और कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए हैं।

आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। वहीं, झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने मंगलवार को ईडी के अधिकारियों के सोमवार को दिल्ली में झारखंड के मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास के दौरे पर सवाल उठाया। ईडी के एक दल की ओर से झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष के दिल्ली स्थित घर का दौरा करने और एजंसी के अधिकारियों के यह कहने के एक दिन बाद कि उनका ‘पता नहीं चल रहा है’, सोरेन मंगलवार को झारखंड की राजधानी में अपने आधिकारिक आवास पर पहुंचे और अपने गठबंधन के विधायकों की बैठक की अध्यक्षता की। इसके बाद 24 घंटे से अधिक समय से जारी भ्रम की स्थिति पर विराम लग गया। राज्य में विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दावा किया था कि मुख्यमंत्री ईडी की कार्रवाई के डर से फरार हैं।

सूत्रों ने बताया कि ईडी ने राज्य के अधिकारियों और केंद्रीय सुरक्षा बलों को अपनी टीम के बारे में सूचित कर दिया है जो 31 जनवरी को दोपहर एक बजे से पहले रांची में एअरपोर्ट रोड पर स्थित अपने क्षेत्रीय कार्यालय से सोरेन के आवास पर उनके कैंप कार्यालय में चले जाएंगे। सूत्रों के अनुसार, पूछताछ वहीं से शुरू होगी जहां से 20 जनवरी को समाप्त हुई थी। सोरेन से लगभग 16-17 प्रश्न पूछे गए थे और उनका बयान धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत लिखित और आडियो-वीडियो प्रारूप में दर्ज किया गया। सोरेन से पूछताछ के लिए ईडी सात घंटे तक उनके आवास पर थी।

प्रवर्तन निदेशालय की एक टीम झारखंड में कथित भूमि धोखाधड़ी से जुड़े धनशोधन के एक मामले की जांच के संबंध में पूछताछ करने के लिए सोमवार को सोरेन के दक्षिण दिल्ली स्थित आवास पहुंची थी और वह वहां 13 घंटे से अधिक समय तक रही। इस दौरान उन्होंने परिसर की तलाशी ली। सूत्रों ने कहा कि दिन भर की कार्रवाई के दौरान लगभग 36 लाख रुपए नकद, हरियाणा के नंबर प्लेट वाली एक ‘बेनामी’ बीएमडब्लू कार और कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए। मंगलवार को रांची पहुंचे सोरेन (48) ने निदेशालय को सूचित किया था कि वह बुधवार को दोपहर एक बजे अपने आवास पर बयान दर्ज कराने के लिए तैयार हैं।

अब तक 14 लोग गिरफ्तार

ईडी ने इस मामले में अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया है जिसमें 2011 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आइएएस) के अधिकारी छवि रंजन भी शामिल हैं। वह राज्य के समाज कल्याण विभाग के निदेशक और रांची के उपायुक्त के रूप में कार्यरत रहे थे। इस मामले में झारखंड भूमि राजस्व विभाग के एक कर्मचारी भानु पीपी को भी एजंसी ने गिरफ्तार किया था। केंद्रीय जांच एजंसी के अनुसार, यह जांच झारखंड में ‘माफिया द्वारा भूमि के मालिकाना हक को अवैध रूप से बदलने के एक बड़े गिरोह’ से संबंधित है।