आनंद पर्वत की पंजाबी बस्ती में चाकू घोंपकर 19 साल की युवती की नृशंस हत्या के बाद आम आदमी पार्टी (आप) के निशाने पर रहे दिल्ली के पुलिस आयुक्त भीमसेन बस्सी सोमवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मिले और उन्हें सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम का भरोसा दिया। केजरीवाल ने नृशंस हत्या के बाद बस्सी को तलब किया था। केजरीवाल के पास जाने से पहले बस्सी उपराज्यपाल नजीब जंग से मिले। इस मुलाकात के बाद पुलिस आयुक्त ने कहा कि पुलिस हमेशा व्यवस्था के प्रति जवाबदेह होती है, किसी व्यक्ति के प्रति नहीं। हम सरकार के प्रति जवाबदेह हैं और उसके माध्यम से संसद के प्रति।

सरकारी सूत्रों का कहना है किमुख्यमंत्री कार्यालय ने बस्सी से महिलाओं के खिलाफ अपराध के लंबित मामलों की सूची लाने को कहा था। उनसे दर्ज मामलों की स्थिति और उन थाना प्रभारियों का ब्योरा भी पूछा गया था जिनका कार्यकाल पूरा होने के बाद भी उनका तबादला नहीं किया गया है। बस्सी को बीट कांस्टेबलों की सूची और उन इंस्पेक्टरों की सूची लाने को भी कहा गया था जिन्हें कभी एसएचओ नहीं बनाया गया।

मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद पुलिस आयुक्त बस्सी ने पत्रकारों को बताया कि उन्होंने महिलाओं की सुरक्षा में सुधार के लिए उठाए गए कदमों के बारे में उन्हें जानकारी दी। उनकी मुलाकात आप सरकार की ओर से दिल्ली पुलिस का नियंत्रण उसे सौंपे जाने की मांग उठाए जाने के बीच हुई है। उन्होंने कहा- हमने बेखौफ व बेलाग अपनी बात रखी। हमारी मुलाकात करीब एक घंटे तक चली। हमने पुलिस के उठाए कदमों की मुख्यमंत्री को जानकारी दी। हमने उन्हें बताया कि हर अपराध की घटना एक चुनौती होती है। आनंद पर्वत मामला भी हमारे लिए चुनौती है। आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। पीड़ित को न्याय दिलाना हमारा फर्ज है।

इससे पहले पुलिस आयुक्त ने उपराज्यपाल नजीब जंग से मुलाकात की। इस मुलाकात के बारे में उन्होंने कहा कि पुलिस हमेशा व्यवस्था के प्रति जवाबदेह होती है, किसी व्यक्ति के प्रति नहीं। हम सरकार के प्रति जवाबदेह हैं और उसके माध्यम से संसद के प्रति।

कई मुद्दों पर आप और दिल्ली पुलिस के बीच गतिरोध बरकरार है। पार्टी ने अपने दो विधायकों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस के खिलाफ हमले तेज कर दिए हैं। पार्टी ने दिल्ली पुलिस पर पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाया और कहा कि राजनीतिक दबाव में उसके विधायकों को निशाना बनाया जा रहा है।

इस बीच दिल्ली के गृह मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि पुलिस मामले को हल्के में ले रही है। केजरीवाल और बस्सी की मुलाकात के बाद जैन ने पुलिस के रुख को आपत्तिजनक बताया और बस्सी पर केजरीवाल के अनेक सवालों में असहयोग का आरोप लगाया। बैठक में मौजूद रहे जैन ने कहा कि बस्सी ने सरकार को 500 ऐसे मामलों की सूची सौंपते हुए उनसे सभी मामलों में पांच-पांच लाख रुपए मुआवजा देने को कहा जिस तरह हाल ही में एक किशोरी की हत्या के बाद उसके परिवार को दिया गया था। इस प्रस्ताव को केजरीवाल ने खारिज कर दिया।

जैन ने संवाददाताओं से कहा, ‘केजरीवाल ने बस्सी से सूची उनके आका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पहुंचाने को कहा। बस्सी ने जवाब दिया कि प्रधानमंत्री के पास पहले ही अन्य सारे काम हैं और दिल्ली पुलिस के लिए उनके पास वक्त नहीं है।’ जैन ने कहा कि दिल्ली पुलिस को संवेदनशील रहना चाहिए और बस्सी को मुख्यमंत्री के सवालों का जवाब देना चाहिए।

वहीं बस्सी ने जैन के तर्क को खारिज करते हुए कहा कि पुलिस अपराध की किसी भी घटना को चुनौती के तौर पर लेती है। जब पुलिस आयुक्त से पूछा गया कि क्या केजरीवाल द्वारा दिल्ली पुलिस के जवानों को ‘ठुल्ला’ कहे जाने का विषय बैठक में आया तो उन्होंने ‘हां’ में जवाब देते हुए कहा, ‘मैं अपने साथियों से कहना चाहूंगा कि उन्हें इस तरह की बातों या आलोचना को दिल पर नहीं लेना चाहिए।’
चौड़ी हुई खाई
दिल्ली के गृह मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि मुलाकात के दौरान बस्सी ने सरकार को 500 ऐसे मामलों की सूची सौंपते हुए उनसे सभी मामलों में पांच-पांच लाख रुपए मुआवजा देने को कहा जिस तरह हाल ही में एक किशोरी की हत्या के बाद उसके परिवार को दिया गया था। इस प्रस्ताव को केजरीवाल ने खारिज कर दिया।