राज्यसभा में दिल्ली सेवा बिल पास हो गया। बिल पर वोटिंग हुई और बिल के पक्ष में 131 वोट पड़े। जबकि विरोध में सिर्फ 102 वोट पड़े। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली सेवा बिल पर जवाब दिया। उन्होंने कहा कि दिल्ली में भ्रष्टाचार रहित सरकार सुनिश्चित करना हमारा मकसद है। उन्होंने कहा कि दिल्ली की व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए यह बिल लाया गया है। अमित शाह ने कहा कि दिल्ली में भ्रष्टाचार रोकना इस बिल का मकसद है और बिल का एक भी प्रावधान गलत नहीं है।
केंद्र के पावर पर दिल्ली सरकार ने अतिक्रमण किया: अमित शाह
अमित शाह ने कहा कि केंद्र के पावर पर दिल्ली सरकार ने अतिक्रमण किया। उन्होंने कहा कि हमें पावर लेने की जरूरत नहीं, देश की जनता के आशीर्वाद से हम सत्ता में है और कई राज्यों में हमारी पूर्ण बहुमत की सरकार है। अमित शाह ने कहा कि संसद को दिल्ली के लिए कानून बनाने का अधिकार है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के किसी भी फैसले का उल्लंघन नहीं हुआ है।
अमित शाह ने कहा, “दिल्ली सरकार को सीमित अधिकार दिए गए हैं। सीमित अधिकार के बारे में दिल्ली के मुख्यमंत्री को भी पता है। दिल्ली राज्य राजधानी क्षेत्र है, पूर्ण राज्य नहीं है। 1991 से लेकर 2015 तक किसी भी सीएम ने केंद्र से ट्रांसफर पोस्टिंग विवाद को लेकर झगड़ा नहीं किया।”
अमित शाह ने कहा कि संसद कानून बना सकती है और कानून को खत्म कर सकती है, संसद को ये अधिकार है। उन्होंने कहा, “आम आदमी पार्टी को कांग्रेस खुश करने में लगी है और आप की गोद में बैठी कांग्रेस यह कानून लाई थी। लेकिन अब अपने ही लाए कानून को हटाने की कोशिश कर रही है। यह बदलाव इमरजेंसी लाने के लिए नहीं है। कांग्रेस को लोकतंत्र पर बोलने का कोई हक नहीं है। यह बिल किसी पीएम को बचाने के लिए नहीं है।”
केजरीवाल के बंगले पर बोले अमित शाह
अमित शाह ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने जो अपने लिए बंगला बनवाया, उसके लिए उसकी तय राशि से 6 गुना अधिक राशि खर्च की गई। उन्होंने कहा कि आबकारी घोटाले, शीश महल की फाइल विजिलेंस के पास थी, इसलिए वह विजिलेंस के पीछे पड़े हैं।
अमित शाह ने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी बिल के पास होने के तुरंत बाद कांग्रेस को ठेंगा दिखा देगी। उन्होंने कहा, “जेडीयू का जन्म ही चारा घोटाले के खिलाफ हुआ था लेकिन आज जेडीयू और आरजेडी साथ हैं। आम आदमी पार्टी का जन्म कांग्रेस के विरोध में हुआ था, लेकिन आज दोनों मोदी को रोकने के लिए साथ आए हैं, लेकिन मई 2024 में फिर से मोदी आएंगे।” अमित शाह ने कहा कि गठबंधन चाहे लाख जोर लगाए, लेकिन आएंगे तो मोदी ही।