दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस मार्ग पर सफर करने वाले वाहनों को जयपुर में जाम से बचाने के लिए नया बाईपास नवंबर अंत तक बनकर तैयार होगा। बाईपास का प्रयोग करने वाले वाहनों को जयपुर शहर में प्रवेश नहीं करना होगा और वे बाहर से ही दिल्ली और मुंबई के लिए अपने गतंव्य स्थान तक पहुंच सकेंगे। केंद्रीय राज्य सड़क परिवहन मंत्री हर्ष मल्होत्रा ने बताया कि इस बाईपास के पूर्ण हो जाने से वाहन चालकों का करीब एक घंटे तक का समय बच सकेगा।

यह दिल्ली, यूपी, हरियाणा, राजस्थान, एमपी, गुजरात महाराष्ट्र को जोड़ेगा

उन्होंने बताया कि इस बाईपास के बाद केवल जयपुर शहर जाने वाले वाहनों को इस मार्ग पर आना होगा। यह दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस मार्ग का अहम हिस्सा है। मल्होत्रा ने बताया कि यह मार्ग दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र के आर्थिक केंद्रों को जोड़ेगा। इस परियोजना की मदद से कुल मार्ग की लंबाई करीब 180 किलोमीटर तक कम होनी है और सफर का समय भी घटकर आधा हो जाएगा। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस का एक 246 किलोमीटर का हिस्सा मंत्रालय द्वारा फरवरी 2023 में शुरू किया गया था।

इससे दिल्ली से जयपुर तक की यात्रा का समय कम हो जाएगा। इस मार्ग पर सरिस्का, केवला देव राष्ट्रीय उद्यान, रणथंभौर और जयपुर जैसे पर्यटक स्थल है। इस परियोजना की आधारशिला करीब 5940 करोड़ रुपए की लागत से रखी गई थी। इसमें बांदीकुई से जयपुर तक चार लेन का मार्ग, कोट पूतली से बड़ौदानियों तक छह लेन का मार्ग और लाल सोट-करोली खंड की दो लेन मार्ग शामिल हैं।

यह मार्ग दिल्ली में डीएनडी फ्लाइओवर से शुरू हो रहा है और सोहना हरियाणा होते हुए अंत में विरार महाराष्ट्र और जवाहर लाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट में पूरा होगा। इस मार्ग पर वाहनों की रफ्तार 120 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। मंत्रालय के मुताबिक दिल्ली मुंबई परियोजना का काम 53 विभिन्न पैकेज में किया जा रहा है।

जून 2024 तक इस परियोजना में 26 को पूरा किया जा चुका था। जून तक की रपट बताती है कि कार्य की जमीनी स्तर पर प्रगति 82 फीसद है ओर कुल 1136 किलोमीटर तक का काम पूर्ण किया जा चुका है। इन परियोजना को अब अक्तूबर 2025 तक पूर्ण किया जा जाना है।

कहां से कहां तक है यह मार्ग क्षेत्र किलोमीटर

डीएनडी- फरीदाबाद केएमपी 59
सोहना केएमपी बडोदरा 844
वडोदरा- विरार 354
विरार- जेएनपीटी 92
कुल किलोमीटर 1350